आज गणगौर पर इस मुहूर्त में करें पूजा

Update: 2024-04-11 06:56 GMT
ज्योतिष न्यूज़  : सनातन धर्म में पर्व त्योहारों की कमी नहीं है और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन गणगौर पूजा बेहद ही खास मानी जाती है जो कि हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर मनाई जाती है इस दिन शादीशुदा महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए व्रत रखती हैं और पूजा पाठ करती है।
 तो वही कुंवारी कन्याएं अच्छे वर की कामना हेतु यह व्रत करती है। गणगौर के दिन भगवान शिव और देवी पार्वती की विधिवत पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है, इस साल गणगौर पूजा 11 अप्रैल दिन गुरुवार यानी की आज मनाई जा रही है ऐसे में अगर कुंवारी कन्याएं परफेक्ट लाइफ पार्टनर चाहती है तो वे इस शुभ मुहूर्त में पूजा जरूर करें माना जाता है कि ऐसा करने से मनचाहा जीवनसाथी मिलता है।
 गणगौर पूजा का शुभ मुहूर्त—
पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि का आरंभ कल 10 अप्रैल को शाम 5 बजकर 32 मिनट से हो चुका है और समापन 11 अप्रैल को दोपहर 3 बजे हो जाएगा। ऐसे में गणगौर व्रत 11 अप्रैल को किया जाएगा। गणगौर व्रत के दिन सुबह 6 बजकर 28 मिनट से लेकर 8 बजकर 24 मिनट तक पूजन करने का शुभ मुहूर्त प्राप्त हो रहा है इस मुहूर्त में शिव पार्वती की पूजा विशेष फल प्रदान करती है और मनोकामनाओं को भी शीघ्र पूरा कर देती है।
 माता पार्वती की आरती—
जय पार्वती माता, जय पार्वती माता
ब्रह्म सनातन देवी, शुभ फल की दाता
जय पार्वती माता
अरिकुल पद्मा विनासनी जय सेवक त्राता
जग जीवन जगदम्बा हरिहर गुण गाता
जय पार्वती माता।
सिंह को वाहन साजे कुंडल है साथा
देव वधु जहं गावत नृत्य कर ताथा
जय पार्वती माता
सतयुग शील सुसुन्दर नाम सती कहलाता
हेमांचल घर जन्मी सखियन रंगराता
जय पार्वती माता।
देवन अरज करत हम चित को लाता
गावत दे दे ताली मन में रंगराता
जय पार्वती माता
श्री प्रताप आरती मैया की जो कोई गाता
सदा सुखी रहता सुख संपति पाता
जय पार्वती माता।
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