विधि-विधान से करें गणेश-लक्ष्मी जी की पूजा, नोट कर ले दिवाली पूजन की सामग्री
हिंदू धर्म में दिवाली पर्व प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है। पांच दिनों तक चलने वाले इस पर्व का हर एक दिन खास होता है। धनतेरस से शुरू हुआ ये त्योहार भैया दूज के साथ समाप्त होता है।
हिंदू धर्म में दिवाली पर्व प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है। पांच दिनों तक चलने वाले इस पर्व का हर एक दिन खास होता है। धनतेरस से शुरू हुआ ये त्योहार भैया दूज के साथ समाप्त होता है। दिवाली के दिन मां लक्ष्मी के साथ-साथ भगवान गणेश की पूजा अर्चना करने का विधान है। मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी-गणेश जी की पूजा करने से सभी परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है और धन धान्य की बढ़ोतरी होती है। अगर आप भी इस बार दिवाली में मां लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा विधिवत तरीके से कर रहे हैं, तो यह सामग्री पहले से खरीद लाएं, जिससे उस वक्त किसी चीज की कमी न हो।
दिवाली 2022 पूजन सामग्री
गणेशजी की मूर्ति
लक्ष्मी जी की मूर्ति
मां सरस्वती की तस्वीर
चांदी का का सिक्का
फूल
गुलाब एवं लाल कमल
चंदन
सिंदूर, कुमकुम
केसर
पांच यज्ञोपवीत
चावल
अबीर
गुलाल
हल्दी
सोलह श्रृंगार का सामान (चूड़ी, मेहंदी, पायल, बिछिया, काजल, बिंदी, कंघा)
5 सुपारी
5 पान के पत्ते
छोटी इलायची
लौंग
मौली या कलावा
फूलों की माला
तुलसी दल
कमलगट्टे
साबुत धनिया
कुशा और दूर्वा
आधा मीटर सफेद कपड़ा
आधा मीटर लाल कपड़ा
दीपक
बड़े दीपक के लिए तेल
नारियल
पंच मेवा (मखाना, किशमिश, छुहारा, बादाम, काजू आदि)
गंगाजल
पंचामृत (शहद, दूध, शक्कर, दही, गंगाजल, दूध)
शुद्ध घी
मौसम के हिसाब से फल ( गन्ना, सिंघाड़े आदि)
नैवेद्य
मिठाई
इत्र की शीशी
लकड़ी की चौकी
पंच पल्लव (बड़, गूलर, पीपल, आम और पाकर के पत्ते)
लक्ष्मीजी और गणेश जी को अर्पित करने के लिए वस्त्र
जल कलश तांबे , मिट्टी या पीतल का
बही-खाता, स्याही की दवात
हल्दी की गांठ
खील-बताशे
कपूर
जल के लिए लोटा
बैठने के लिए आसन
आम का पत्ता