गुरुवार के इस उपाय से शीघ्र बनेंगे विवाह के योग

Update: 2024-05-30 06:46 GMT
ज्योतिष न्यूज़  : सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवी देवता को समर्पित होता है वही गुरुवार का दिन भगवान विष्णु की पूजा के लिए उत्तम माना जाता है इस दिन पूजा पाठ और व्रत करना लाभकारी होता है लेकिन इसी के साथ ही अगर आज के दिन श्री हरि स्तोत्र का पाठ श्रद्धा भाव से किया जाए तो शीघ्र विवाह के योग बनने लगते हैं और सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं, तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं ये चमत्कारी पाठ।
 श्री हरि स्तोत्र
जगज्जालपालं कनत्कण्ठमालं
शरच्चन्द्रफालं महादैत्यकालम् ।
नभोनीलकायं दुरावारमायं
सुपद्मासहायं भजेहं भजेहं ॥ १ ॥
सदाम्भोधिवासं गलत्पुष्पहासं
जगत्सन्निवासं शतादित्यभासम् ।
गदाचक्रशस्त्रं लसत्पीतवस्त्रं
हसच्चारुवक्त्रं भजेहं भजेहं ॥ २ ॥
रमाकण्ठहारं श्रुतिव्रातसारं
जलान्तर्विहारं धराभारहारम् ।
चिदानन्दरूपं मनोज्ञस्वरूपं
धृतानेकरूपं भजेहं भजेहं ॥ ३ ॥
 जराजन्महीनं परानन्दपीनं
समाधानलीनं सदैवानवीनम् ।
जगज्जन्महेतुं सुरानीककेतुं
त्रिलोकैकसेतुं भजेहं भजेहं ॥ ४ ॥
कृताम्नायगानं खगाधीशयानं
विमुक्तेर्निदानं हरारातिमानम् ।
स्वभक्तानुकूलं जगद्वृक्षमूलं
निरस्तार्तशूलं भजेहं भजेहं ॥ ५ ॥
समस्तामरेशं द्विरेफाभकेशं
जगद्बिम्बलेशं हृदाकाशवेशम् ।
सदा दिव्यदेहं विमुक्ताखिलेहं
सुवैकुण्ठगेहं भजेहं भजेहं ॥ ६ ॥
 सुरालीबलिष्ठं त्रिलोकीवरिष्ठं
गुरूणां गरिष्ठं स्वरूपैकनिष्ठम् ।
सदा युद्धधीरं महावीरवीरं
भवाम्भोधितीरं भजेहं भजेहं॥ ७ ॥
रमावामभागं तलालग्ननागं
कृताधीनयागं गतारागरागम् ।
मुनीन्द्रैस्सुगीतं सुरैस्सम्परीतं
गुणौघैरतीतं भजेहं भजेहं ॥ ८ ॥
फलश्रुति ।
इदं यस्तु नित्यं समाधाय चित्तं
पठेदष्टकं कण्ठहारं मुरारेः ।
स विष्णोर्विशोकं ध्रुवं याति लोकं
जराजन्मशोकं पुनर्विन्दते नो ॥
इति श्री परमहंसस्वामि ब्रह्मानन्दविरचितं श्री हरि स्तोत्रम् ॥
 
Tags:    

Similar News

-->