क्यों माना जाता है झाड़ू को मां लक्ष्मी का स्वरूप, जान लें इसके कुछ जरूरी नियम
झाड़ू हर घर में रखी मिल जाती है. घर की साफ-सफाई के लिए झाड़ूी का इस्तेमाल किया जाता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। झाड़ू हर घर में रखी मिल जाती है. घर की साफ-सफाई के लिए झाड़ूी का इस्तेमाल किया जाता है. किंतु इसके मर्म को बहुत कम लोग जानते हैं जिसके कारण इसका सही और सार्थक उपयोग नहीं कर पाते हैं. झाड़ू को लक्ष्मी का स्वरूप भी कहा गया है. आखिर क्यों लक्ष्मी का ही स्वरूप हैं, जब गंदगी बाहर जाएगी तो स्वतः ही स्वच्छता, पवित्रता और धन संपदा अंदर आएगी. जब दरिद्रता बाहर होती है तभी लक्ष्मी माता का प्रवेश होता है. इसलिए लक्ष्मी माता के स्वरूप में झाड़ू को माना गया है.
सबसे पहले झाड़ू के आकार को देखिए, यह पेड़ की पत्तियों, सींकों का संयुक्त रूप होती है. जब पूरी यूनिटी के साथ उसको बांध दिया जाता है, तब वह गंदगी को साफ करने के लिए तैयार हो जाती है. यानी एकता में ही बल है, अगर एकता नहीं है तो देश, समाज, क्षेत्र एवं घर से गंदगी साफ नहीं हो पाएगी. यहां गूढ़ बात यह है कि झाड़ू का पूरा मैकेनिज्म एकता पर ही है अन्यथा अकेली सींक से कोई सफाई नहीं हो सकती है. वास्तु की मानें तो घर की सुख-समृद्धि में इसका एक अहम रोल है. जिस घर में झाड़ू का ध्यान रखा जाता है वहां सकारात्मकता पाई जाती है. झाड़ू को लेकर कुछ विशेष बातें ध्यान रखने वाली हैं.
झाड़ू खरीदने के इन नियमों को जानना है जरूरी
-अगर आप नई झाड़ू खरीदना चाहते हैं तो शनिवार को ही खरीदें. साथ ही, शनिवार को घर में नई झाड़ू का उपयोग करना बहुत शुभ माना जाता है यानी पुरानी झाड़ू को बदलना हो तो शनिवार के दिन ही बदलना चाहिए.
-जब भी नए घर में जाएं तो नई झाड़ू लेकर जाएं, नया घर, नई झाड़ू और नई समृद्धि.
-वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के नैऋत्य कोण यानी दक्षिण-पश्चिम की दिशा में झाड़ू रखना सबसे उचित होता है, यदि यह संभव न हों तो झाड़ू ऐसी जगह रखें जहां से दिखाई न दे.
-रसोई और अनाज भंडार कक्ष में झाड़ू नहीं रखनी चाहिए, इससे बीमारी और दरिद्रता आती है.
-एक बात हमेशा ध्यान रखें कि झाड़ू को कभी भी जलाना नहीं चाहिए.
-कभी रात में झाड़ू लगानी भी पड़ जाए तो इसका कचरा अगले दिन ही फेंके.
-घर में झाड़ू को कभी भी खड़ा कर के न रखें, झाड़ू को हमेशा लिटा कर रखें.
-अगर कोई व्यक्ति आपके घर से बाहर जाए तो उसके जाते ही झाड़ू नहीं लगानी चाहिए, कम से कम आधे घंटे बाद ही लगाएं.
- झाड़ू पर पैर लगने से महालक्ष्मी का अनादर होता है, इसीलिए जब भी झाड़ू पर धोखे से पैर लगे तो तुरंत भाव के साथ उसे प्रणाम करना चाहिए और क्षमा मांगनी चाहिए.
-झाड़ू को लेकर एक रोचक बात यह भी है, कि रात्रि में सोने से पहले इसे आप अपने मुख्य द्वार के पास रखकर सोएं. इससे घर के अंदर रात्रि के समय नकारात्मक शक्तियां प्रवेश नहीं कर पाती.
-एक सबसे महत्वपूर्ण बात है कि दीपावली के पर्व पर धनतेरस के दिन झाड़ू अवश्य खरीदनी चाहिए, साथ ही अपने घर की झाड़ू व पूजा घर की झाड़ू अलग अलग रखें.