दुर्गा माता के साथ क्यों की जाती है हनुमान जी की पूजा, जानें धार्मिक महत्व
नवरात्रि के 09 पवित्र दिनों में देवी की पूजा के साथ-साथ शक्ति के स्रोत और संकटमोचक माने जाने वाले भगवान हनुमान की पूजा का भी प्रावधान है। ऐसा माना जाता है कि नवरात्रि के मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन से जुड़े सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और उसकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। आइए विस्तार से जानते हैं हनुमत साधना का धार्मिक महत्व और नवरात्रि के मंगलवार के दिन मां दुर्गा की पूजा से जुड़े उपाय।
देवी दुर्गा की पूजा के साथ-साथ श्री हनुमान जी की पूजा का भी विशेष महत्व है। यही कारण है कि आपको सभी शक्तिस्थलों पर श्री हनुमान जी की पूजा होती हुई दिखाई देगी। धार्मिक मान्यता है कि देवी दुर्गा और श्री हनुमान में मां-बेटे का रिश्ता है। वहीं कुछ लोग बजरंगी को देवी दुर्गा का परम भक्त या सेवक भी बताते हैं. ऐसा माना जाता है कि श्री हनुमान जी सभी बाधाओं को दूर करके शक्ति साधना को सफल बनाते हैं।
नवरात्रि के मंगलवार की पूजा का महत्व
सनातन परंपरा में मंगलवार का दिन हनुमान जी की पूजा के लिए बहुत शुभ माना जाता है। इसकी शुभता तब और बढ़ जाती है जब यह नवरात्रि पर पड़ता है। ऐसा माना जाता है कि मां दुर्गा की सेवा में सदैव तत्पर रहने वाले श्री हनुमान जी की पूजा यदि नवरात्रि में विधिपूर्वक की जाए तो साधक को बजरंगी के साथ-साथ मां दुर्गा का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है और उसकी बड़ी से बड़ी परेशानियां दूर हो जाती हैं। पलक झपकना हैं ऐसे में मंगलवार के दिन हनुमान जी की विशेष पूजा करनी चाहिए।
नवरात्रि में हनुमान जी की पूजा करने की सर्वोत्तम विधि
सनातन परंपरा में श्री हनुमान को सभी संकटों से मुक्ति दिलाने वाले देवता के रूप में जाना जाता है। ऐसे में आज जीवन से जुड़ी सभी परेशानियों को दूर करने और मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए बजरंगी को श्रद्धापूर्वक सिन्दूर का चोला और मीठा पान अर्पित करें। इसके बाद सात बार श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें या सुंदरकांड का पाठ करें। ऐसा माना जाता है कि इस विधि से हनुमान जी की पूजा करने से साधक को सुख, संपत्ति और सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है।