कौन है राधा-कृष्ण की सबसे प्यारी गोपी देवी ललिता
राधा-कृष्ण की सबसे प्यारी गोपी देवी ,राधा-कृष्ण की सबसे प्यारी गोपी देवी ललिता
राधा-कृष्ण की सबसे प्यारी गोपी देवी ललिता कोई इन्हें षोडशी, त्रिपुरा और सुंदरी के नाम से बुलाता है तो कोई माता पार्वती का अवतार कहता है। देवी ललिता गौर वर्ण से हैं और कमल पर विराजमान रहती हैं। ललिता षष्ठी के दिन देवी की पूजा-अर्चना करने से हर प्रकार की सिद्धियों की प्राप्ति की जा सकती है। धर्म शास्त्रों में जिक्र है कि ललिता भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी की सबसे प्रिय गोपी थीं। देवी ललिता को सच्चे प्रेम और मित्रता का प्रतीक भी माना जाता है। भाद्र शुक्ल षष्ठी पर इन्हीं की पूजा-उपासना की जाती है.
जन्माष्टमी के 14 दिन बाद आती है ललिता षष्ठी
हिंदू पंचांग के अनुसार, ललिता षष्ठी का त्योहार श्री कृष्ण जन्माष्टमी के 14 दिन बाद आता है। यह दिन राधा-कृष्ण की प्रिय गोपी ललिता की जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। कहते हैं कि इस दिन ललिता देवी के साथ श्रीकृष्ण और राधा की पूजा बहुत फलदायी होती है। यह व्रत करने से दांपत्य जीवन में चल रही पेरशानियों का अंत हो जाता है।
Also Read: भगवान गणेश को क्यों पसंद है मोदक, जानें इससे जुड़ी ये तीन कथाएं
श्रीकृष्ण-राधा की आठ प्रिय गोपियां
ऐसा कहा जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण और राधा की कुल मिलाकर आठ प्रिय गोपियां थीं, जिनमें ललिता का दर्जा सबसे ऊपर था। श्रीकृष्ण-राधा की इन गोपियों को अष्टसखियों के नाम से भी जाना जाता है। इनमें ललिता के अलावा, श्री तुंगविद्या, इंदुलेखा, रंगादेवी, विशाख, चित्रलेखा, चम्पकलता और सुदेवी के नाम शामिल हैं
न्यूज़ क्रेडिट : खुलासा इन