राखी बंधवाते समय रखें दिशा का ध्यान, जान लें ये संपूर्ण विधि

Update: 2022-08-06 11:50 GMT

भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व सावन माह की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. हिंदू पंचाग के अनुसार इस साल रक्षाबंधन पर्व 11 अगस्त के दिन पड़ रहा है. इस दिन बहनें भाई की कलाई पर राखी बांधते हुए उसकी लंबी आयु की कामना करती हैं. वहीं, भाई भी अपनी बहन को उपहार देते हुए उसकी रक्षा का वचन देते हैं.

रक्षाबंधन के दिन बहनें भाई के हाथ पर विधि-विधान के साथ राखी बांधे तो शुभ होता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भाई की कलाई पर राखी बांधते समय ही दिशा का ध्यान रखना बेहद जरूर है. इसके साथ ही, राखी बांधते समय मंत्र और विधि का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है. आइए जानें राखी से पहले कैसे बांधें भाई को राखी.
राखी बंधवाते समय रखें दिशा का ध्यान
ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि राखी बंधवाते समय भाई का मुंह पूर्व या उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए. वहीं, भाई की पीठ पश्चिम या दक्षिण दिशा की ओर होनी चाहिए. भाई इस बात का ध्यान रखें कि राखी बंधवाते समय सिर पर कोई कपड़ा अवश्य रखें. खासी सिर राखी बंधवाना शुभ नहीं होता. राखी बंधवाने से पहले सिर पर कोई कपड़ा या रुमाल रख लें इसके बाद ही बहन से तिलक करवाएं.
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त 2022
हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार रक्षाबंधन पर भद्र का साया है. किसी भी शुभ कार्य के लिए भद्र काल को शुभ नहीं माना जाता.ऐसे में बहनें शुभ मुहूर्त में ही भाइयों की कलाई पर राखी बांधें. 11 अगस्त दोपहर 04 बजकर 26 मिनट से लेकर अगले दिन 12 अगस्त सुबह 05 बजकर 58 मिनट तक राखी बांध सकते हैं.
राखी बांधते समय बोलें ये मंत्र
येन बद्धो बलि: राजा दानवेंद्रो महाबल:।
तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल।
ॐ व्रतेन दीक्षामाप्नोति, दीक्षयाऽऽप्नोति दक्षिणाम् ।
दक्षिणा श्रद्धामाप्नोति, श्रद्धया सत्यमाप्यते ॥
भाई को तिलक करते समय बोलें ये मंत्र
ॐ चन्दनस्य महत्पुण्यं, पवित्रं पापनाशनम् ।
आपदां हरते नित्यम्, लक्ष्मीस्तिष्ठति सर्वदा ॥
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