मां लक्ष्मी-भगवान गणेश की मूर्ति खरीदते समय जरूर रखें इन बातों का ध्यान

दिवाली खुशियों उमंग और उल्लास का त्योहार है। हिंदू धर्म में इसे सुख-समृद्धि धन वैभव प्रदान करने वाला पर्व माना गया है

Update: 2021-11-01 02:33 GMT

दिवाली खुशियों उमंग और उल्लास का त्योहार है। हिंदू धर्म में इसे सुख-समृद्धि धन वैभव प्रदान करने वाला पर्व माना गया है। इस बार दिवाली का ये पावन पर्व 04 नवंबर 2021 दिन गुरुवार को मनाया जाएगा। इस दिन विशेष रूप से धन-वैभव और ऐश्वर्य की देवी श्री यानी लक्ष्मी जी का पूजन किया जाता है। इसी के साथ दिवाली पर भगवान गणेश की पूजा करने का भी विधान है। दिवाली पर पूजन के लिए हर घर में नई गणेश लक्ष्मी की प्रतिमाएं लाई जाती हैं, लेकिन दिवाली पर भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की मूर्तियां खरीदते समय कुछ बातों को ध्यान में रखना बेहद आवश्यक होता है। यदि इन बातों को ध्यान में रखकर प्रतिमाएं खरीदी जाएं तो मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की कृपा से आपके घर में शुभता व समृद्धि बनी रहती है।

यदि आपको दिवाली के लिए लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाएं खरीदनी हैं तो धनतेरस के दिन ही खरीद लेनी चाहिए। यह तिथि अन्य चीजों की खरीदारी के साथ ही लक्ष्मी गणेश को घर में लाने के लिए भी अत्यंत शुभ मानी जाती है।

बाजार में अक्सर एक साथ जुड़ी हुई संयुक्त लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाएं बिकती हैं, लेकिन दिवाली पर इस बात का ध्यान रखें कि संयुक्त लक्ष्मी-गणेश न खरीदें बल्कि मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की अलग-अलग प्रतिमाएं खरीदनी चाहिए।

दिवाली पर लक्ष्मी गणेश की मूर्तियां खरीदते समय ध्यान से देख लेना चाहिए कि वे कहीं से भी खंडित न हो। खंडित मूर्ति घर में होना शुभ नहीं माना जाता है। मान्यता है कि खंडित प्रतिमा का पूजन करने से पूर्ण फल की प्राप्ति नहीं होती है।

 हो सके तो गणेश जी की ऐसी प्रतिमा खरीदें जिसमें उनके हाथों में मोदक या फिर लड्डू हों, क्योंकि ये दोनों ही चीजें भगवान गणेश को अति प्रिय हैं। ऐसी प्रतिमा गणेश जी की प्रसन्नचित्त मुद्रा मानी जाती है जिससे आपके घर में शुभता बनी रहती है।

आजकल बाजार में प्लास्टिक, प्लास्टर ऑफ पेरिस आदि चीजों की बनी हुई प्रतिमाएं भी आने लगी हैं, लेकिन दिवाली पर पूजन के लिए लक्ष्मी-गणेश की मिट्टी की बनी मूर्ति ही लेकर आना चाहिए ये बहुत शुभ माना जाता है। इसके अलावा चांदी या अष्टधातु की बनी प्रतिमाओं की पूजा करना भी शुभ रहता है।

दिवाली पर मां लक्ष्मी की प्रतिमा खरीदते समय ध्यान रखें कि लक्ष्मी जी खड़ी हुई मुद्रा में नहीं होनी चाहिए। सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए सदैव प्रसन्न चित्त और बैठी हुई मुद्रा में लक्ष्मी जी की प्रतिमा अपने घर लानी चाहिए।

गणेश जी की प्रतिमा खरीदते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि उनकी सूंड बायीं ओर मुड़ी हुई होनी चाहिए। इसके साथ ही मूर्ति में चूहा भी बना होना चाहिए, क्योंकि मूषक गणेश जी का वाहन है और उन्हें बेहद प्रिय है।

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