सावन माह में कौन सी तिथि हैं शिव पूजन के लिए फलदायी, जानिए

सावन का महीना पूरे देश में वर्षा ऋतु के आगमन और भगवान शिव के पूजन-अर्चन के लिए जाना जाता है

Update: 2021-07-26 14:06 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क |    सावन का महीना पूरे देश में वर्षा ऋतु के आगमन और भगवान शिव के पूजन-अर्चन के लिए जाना जाता है। सावन का महीना शुरू होते ही शिव मंदिरों और शिवालयों में जलाभिषेक और पूजन-अर्चन शुरू हो जाते हैं। इस माह में शिव भक्त नाना प्रकार से भगवान शिव को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। वैसे तो सावन माह का प्रत्येक दिन शंकर जी के पूजन को समर्पित होता है। लेकिन कुछ विशेष तिथियां और पर्वों पर शिव पूजन करने से विशेष लाभ होता है। आइए जानते हैं भगवान शिव के पूजन की सावन की विशेष तिथियां....

1-कालाष्टमी
सावन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी के दिन कालाष्टमी का व्रत और पूजन होता है। इस माह कालाष्टमी का व्रत 31 जुलाई दिन शनिवार को पड़ रहा है। कालष्टमी पर काल भैरव की पूजा-अर्चना की जाती है, जो कि स्वयं शंकर जी का ही रूप हैं, इसलिए सावन की कालाष्टमी का विशेष महत्व है।
2- प्रदोष व्रत
प्रदोष व्रत विशेषतौर पर भगवान शिव के लिए रखा जाता है। सावन माह के कृष्ण पक्ष का प्रदोष व्रत 5 अगस्त दिन गुरुवार को पड़ रहा है जबकि शुक्ल पक्ष का 20 अगस्त दिन शुक्रवार को ।

3- मासिक शिवरात्रि
शिव और शक्ति के सम्मिलन के रूप में मनाई जाने वाली शिवरात्रि का व्रत शिव-पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए श्रेष्ठ है। सावन की मासिक शिवरात्रि 6 अगस्त दिन शुक्रवार को पड़ रही है।
4- हरियाली तीज
इस साल हरियाली तीज का व्रत 11 अगस्त को पड़ रहा है। हरियाली तीज के दिन सुहागिन स्त्रियां भगवान शिव और पार्वती पूजन कर सुखी वैवाहिक जीवन और पति की दीर्घ आयु की कामना करती हैं।
5- नागपंचमी
नागपंचमी का त्योहार सावन शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव के प्रिय नाग देवता की पूजा की जाती है। इस साल नागपंचमी 13 अगस्त दिन शुक्रवार को पड़ रही है।
6- सोमवार
सावन माह के सोमवार को शिवजी की पूजा करने का विशेष महत्व है। इस दिन विशेष रूप से शिव जी का व्रत और पूजन किया जाता है। इस साल सावन के 4 सोमवार पड़ रहे हैं जो 26 जुलाई, 02 अगस्त, 09 अगस्त और 16 अगस्त को हैं।


Similar News

-->