ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म और ज्योतिषशास्त्र में ग्रहण को बेहद ही महत्वपूर्ण माना गया है जिसका देश दुनिया के साथ साथ व्यक्ति के जीवन पर भी अहम असर होता है। साल 2024 का अप्रैल महीना खगोलीय दृष्टि से अहम होने वाला है क्योंकि इसी महीने में साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा हैं।
आपको बता दें कि साल 2024 में कुल दो सूर्य ग्रहण लगेंगे। अप्रैल में लगने वाला सूर्य ग्रहण अमेरिका के 13 राज्यों में दिखाई देगा। जो कि 8 अप्रैल दिन सोमवार को लगेगा। सात सालों में यह दूसरा पूर्ण सूर्य ग्रहण है, जिसका प्रभाव जन जीवन पर भी देखने को मिल सकता है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बता रहे हैं कुल कितने तरह के सूर्य ग्रहण होते हैं तो आइए जानते हैं।
कितने तरह के होते हैं सूर्य ग्रहण—
जानकारों के अनुसार हर बार सूर्य ग्रहण एक जैसा नहीं लगता है और हर जगह एक जैसा नजर भी नहीं आता है आपको बता दें कि सूर्य ग्रहण कुल तीन तरह के होते हैं जिसमें पूर्ण सूर्य ग्रहण, आंशिक सूर्य ग्रहण और वलयाकार सूर्य ग्रहण होते हैं।
बता दें कि पूर्ण सूर्य ग्रहण तब लगता है जब धरती और सूर्य के बीच चंद्रमा आ जाता है। चंद्रमा की छाया पूरी तरह धरती को ढक लेती है इस स्थिति में चंद्रमा की पूर्ण छाया धरती पर पड़ती है जिससे अंधेरा सा नजारा हो जाता है इस अवस्था हो की पूर्ण सूर्य ग्रहण के नाम से जाना जाता है वही वलयाकार सूर्य ग्रहण में धरती से चंद्रमा दूर हो जाता है इस समय चांद, सूर्य को पूरी तरह नहीं ढकता है लेकिन इस दौरान सूर्य रिंग आफ फायर जैसा दिखाई देता है और आकार में भी छोटा नजर आता है। इसके अलावा जब सूर्य और पृथ्वी के बीच से चंद्रमा गुजरता है लेकिन एक पक्ति में सूर्य चंद्रमा और धरती नहीं होते हैं यानी सूर्य का केवल एक भाग ही ढका हुआ नजर आता है तो इसे आंशिक सूर्य ग्रहण के नाम से जाना जाता है।