कब शुरू होगा माघ पूर्णिमा, जानिए इसके शुभ मुहूर्त और महत्त्व

हिन्दू धर्म में माघ महीने को दान धर्म और पूजा-पाठ के लिये बेहद ही शुभ माना जाता है।

Update: 2021-02-14 09:13 GMT

जनता से रिश्ता बेवङेस्क | हिन्दू धर्म में माघ महीने को दान धर्म और पूजा-पाठ के लिये बेहद ही शुभ माना जाता है। इस महीने में पड़ने वाली पूर्णिमा का अहम महत्व होता है। शास्त्रों में कहा गया है कि इस दिन दान धर्म, पूजा पाठ और व्रत किया जाये तो ये बहुत फलदायी होता है। ऐसा करने से व्यक्ति के पापों का अंत हो जाता है।

शुभ मुहूर्त- माघ पूर्णिमा आरंभ- 26 फरवरी 2021 दिन शुक्रवार को शाम 03 बजकर 49 मिनट से। माघ पूर्णिमा समाप्त- 27 फरवरी 2021 दिन शनिवार दोपहर 01 बजकर 46 मिनट पर होगा। माघ पूर्णिमा के दिन व्रत और सभी नियमों का पालन करना चाहिए।

इस दिन भगवान विष्णु जी की पूजा का भी विशेष महत्व होता है। माघ पूर्णिमा के दिन भगवान सत्यनारायण भगवान की कथा का पाठ करना चाहिए। इस दिन व्रत करके चंद्रमा का पूजन भी किया जाता है। जिसका ज्योतिष की दृष्टि से बहुत महत्व माना जाता है। इस दिन गंगा स्नान करने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

पूजा-पाठ के साथ ही गरीबों और जरूरतमंदों को दान देने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। माघी पूर्णिमा को विशेष महत्व दिया गया है, माघ मास की पूर्णिमा तीर्थस्थलों में स्नान के लिए परम फलदायिनी बताई गई है। गायत्री मंत्र 'या ओम नमो नारायण' मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए।

हिन्दू पौराणिक मान्यता के अनुसार, इस दिन श्री हरि विष्णु और हनुमान जी की पूजा करने से व्यक्ति को सभी सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही सभी मनोकामनाएं भी पूर्ण होती हैं। इस दिन जो व्यक्ति व्रत करता है वो चंद्रमा का पूजन भी करता है।

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