Kalpavaas ज्योतिष न्यूज़ : देशभर में महाकुंभ की धूम है जो कि इस साल प्रयागराज में 13 जनवरी से आरंभ हो रहा है इसके अलगे ही दिन माघ मास लग जाएगा। सनातन धर्म में मास के महीने को महत्वपूर्ण बताया गया है। माघ मास में हर सल प्रयागराज के संगम तट पर कल्पवास होता है इसे माघ मेला भी कहा जाता है
इस बार कल्पवास बहुत ही खास होने वाला है क्योंकि इस दौरान महाकुंभ का मेला भी लग रहा है। 12 सालों में क बार कल्पवास के साथ कुंभ का संयोग बनता है। तो आज हम आपको कल्पवास से जुड़ी खास बातें बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
जानिए क्या होता है कल्पवास—
आपको बता दें कि कल्पवास के दौरान साधु संत और अन्य लोग एक महीने तक संगम तट पर कुटिया या टेंट बनाकर रहते हैं। इस दौरान वे कई कठोर नियमों का पालन भी करते हैं। इस दौरान रोज़ पवित्र संगम नदी में स्नान, मंत्र जाप और दान करने का विशेष महत्व होता है।
कब से शुरू होगा कल्पवास—
हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार माघ माह का आरंभ 14 जनवरी 2025 दिन सोमवार से हो रहा है। कल्पवास करने वाले इसके एक दिन पहले ही यानी पौष मास की पूर्णिमा जो कि 13 जनवरी को मनाई जाएगी। इस दिन संगम तट पर जाते हैं और कल्पवास का संकल्प करते हैं इसी दिन से कल्पवास का आरंभ हो जाता है। इस बार कल्पवास 12 फरवरी दिन बुधवार तक चलेगा। इस दौरान पूजा पाठ और दान पुण्य का विशेष महत्व होता है।