कब है शारदीय नवरात्र और विजयदशमी का पर्व, जाने सब कुछ एक क्लिक पर

हिंदी पंचांग के सांतवे महीने को अश्विन मास कहा जाता है। चतुर्मास में आने के कारण इस महीने में भी व्रत और संयम के पालन पर विशेष बल दिया जाता है।

Update: 2021-09-20 03:19 GMT

हिंदी पंचांग के सांतवे महीने को अश्विन मास कहा जाता है। चतुर्मास में आने के कारण इस महीने में भी व्रत और संयम के पालन पर विशेष बल दिया जाता है। अश्विन मास को तर्पण, श्राद्घ, व्रत और संयम के मास के रूप में जाना जाता है। इस माह के कृष्ण पक्ष में पितरों के निमित्त तर्पण और श्राद्ध का विधान है। तो वहीं शुक्ल पक्ष के शुरू के नौ दिन शक्ति की उपासना को समर्पित होते हैं। इनमें शारदीय नवरात्र का व्रत और पूजन किया जाता है। इस साल अश्विन माह 21 सितंबर से प्रारंभ हो कर 20 अक्टूबर तक रहेगा। आइए जानते हैं इस माह में पड़ने वाले व्रत और पर्वों के बारे में....

अश्विन माह के व्रत और पर्व
1-पितृपक्ष
भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा से प्रारंभ होने वाले पितृपक्ष का समापन आश्विन मास की अमावस्या को होता है। श्राद्ध के 16 दिनों में पितरों की आत्मा की शांति और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उनका तर्पण और पिंडदान करने का विधान है। इस साल पितर पक्ष 20 सितंबर से शुरू हो कर 06 अक्टूबर महालय अमावस्या के दिन तक रहेगा।
2-संकष्टी चतुर्थी
अश्विनी मास की संकष्टी चतुर्थी 24 सितंबर दिन शुक्रवार को है। इस दिन भगवान गणेश के व्रत और पूजा का विधान है।
3- मातृ नवमी
मातृ नवमी या श्राद्ध नवमी पर मताओं, सुहागिन स्त्रियों के निमित्त श्राद्ध करने का विधान है। इस साल मातृ नवमी 30 सितंबर, दिन गुरूवार को है।
4- सर्वपितृ आमवस्या
सर्वपितृ आमवस्या या महालय अमावस्या कि तिथि इस साल 06 अक्टूबर को पड़ रही है। इसे पितृ पक्ष का अंतिम दिन माना जाता है। इस सभी ज्ञात-आज्ञात पितरों का श्राद्ध करने का विधान है।
5- शारदीय नवरात्र
मां दुर्गा के व्रत और पूजन के शारदीय नवरात्रि की शुरूआत इस साल 07 अक्टूबर से होगी। जिसका समापन 14 अक्टूबर, दुर्गा नवमी के दिन होगा।
6- विनायक चतुर्थी
अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की विनायक चतुर्थी 09 अक्टूबर दिन शनिवार को है।
7- विजयदशमी
दशहरा या विजयदशमी का पर्व इस साल 15 अक्टूबर, दिन शुक्रवार को पड़ रहा है। इस दिन भगवान राम की रावण पर विजय का पर्व मनाया जाता है।
8- पापांकुशा एकादशी व्रत
पापांकुशा एकादशी के दिन भगवान विष्णु का व्रत और आराधना करने से समस्त पापों से मुक्ति मिलती है। इस साल ये व्रत 16 अक्टूबर को पड़ रहा है।
9- अश्वीन पूर्णिमा या शरद पूर्णिमा
ये चंद्रमा और माता लक्ष्मी के पूजन का विशेष दिन है। यह 20 अक्टूबर को पड़ रहा है।


Tags:    

Similar News

-->