कब हैं शरद पूर्णिमा, जानिए क्या है खास योग
वर्षा ऋतु बीतने पर शरद ऋतु का प्रांरभ होता है। भारतीय पंचांग में दो महीनों की एक ऋतु होती है अर्थात भाद्रपद और अश्विन मास में शरद ऋतु होती है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वर्षा ऋतु बीतने पर शरद ऋतु का प्रांरभ होता है। भारतीय पंचांग में दो महीनों की एक ऋतु होती है अर्थात भाद्रपद और अश्विन मास में शरद ऋतु होती है। शरद पूर्णिमा को चंद्रमा की पृथ्वी से दूरी बहुत कम रहती है। इस दिन चंद्रमा अन्य दिनों के सापेक्ष अधिक बड़ा और चमकीला दिखता है। इसे ब्लू मून के नाम से भी जाना जाता है। 20 अक्तूबर को इस वर्ष शरद पूर्णिमा है। इस दिन सूर्यास्त के पश्चात भारतीय आकाश चार उदित ग्रहों से सुशोभित होगा। इस दिन शरद पूर्णिका सुंदर चंद्रमा, आकाश के मध्य में बृहस्पति और शनि का एक ही राशि पर मिलन और पश्चिम दिशा की ओर अपनी विशेष चमक से चमकता हुआ शुक्रतारा आकाश की छटा को द्विगुणित करेंगे। ऐसे सुंदर उदित और भव्य ग्रह नक्षत्रों के बीच में शरद पूर्णिमा पर यह संयोग वर्षों बाद आ रहा है।