हिंदू धर्म में पूर्णिमा और अमावस्या तिथि को बेहद ही खास माना गया हैं जो कि हर माह में एक बार पड़ती है लेकिन शनिश्चरी अमावस्या का अपना महत्व होता है। जो कि शनिवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को कहा जाता है। ज्योतिष अनुसार पूर्वजों की आत्मा की तृप्ति के लिए अमावस्या का दिन खास माना जाता है।
इस दिन लोग पितरों को प्रसन्न करने के लिए उनका श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान जैसे रस्मों को पूरा करते हैं इसके अलावा अमावस्या तिथि पर कालसर्प दोष निवारण हेतु पूजा पाठ व उपायों को भी करना उपयुक्त माना गया है। सभी अमावस्याओं में सोमवार और शनिवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है।
अभी अक्टूबर माह चल रहा है और इस माह पड़ने वाली अमावस्या शनिवार को पड़ेगी जिसे शनिश्चरी अमावस्या के नाम से जाना जा रहा है तो ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बता रहे हैं कि इस माह शनिश्चरी अमावस्या कब पड़ रही हैं तो आइए जानते हैं।
शनिश्चरी अमावस्या की तिथि—
आपको बता दें कि इस साल शनिश्चरी अमावस्या 14 अक्टूबर को पड़ रही है जो कि इस साल की आखिरी शनिश्चरी अमावस्या रहेगी। इसे सर्व पितृ अमावस्या भी कहा जा रहा है जिन लोगों पर शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या का अशुभ प्रभाव है वे इस दिन पिंडदान, पीपल की पूजा, दान पुण्य, तर्पण आदि के कार्य जरूर करें। माना जाता है कि ऐसा करने से शनि प्रकोप से राहत मिलती है और महादशा के अशुभ प्रभाव भी समाप्त हो जाते हैं साथ ही साथ जीवन में सुख शांति व समृद्धि का आगमन होता है।