कब है लक्ष्मी जयंती, जानिए इसका शुभ मुहूर्त एवं महत्व

हिंदू पंचांग के अनुसार, हर वर्ष फाल्गुन मास की पूर्णिमा को लक्ष्मी जयंती मनाई जाती है।

Update: 2021-03-26 06:14 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेसक | हिंदू पंचांग के अनुसार, हर वर्ष फाल्गुन मास की पूर्णिमा को लक्ष्मी जयंती मनाई जाती है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। ऐसा करने से व्यक्ति को विशेष फल की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी अवतरित हुई थीं। पुराणों के अनुसार, जब राक्षस और देवताओं के बीच समुद्र मंथन हुआ था। तब लक्ष्मी माता का उद्भव हुआ था। इस दिन फाल्गुन मास की पूर्णिमा थी। यह दिन लक्ष्मी भक्तों के लिए बेहद अहम माना जाता है। तो आइए जानते हैं लक्ष्मी जयंती का शुभ मुहूर्त और महत्व।

लक्ष्मी जयंती का शुभ मुहूर्त:
पूर्णिमा तिथि प्रारंभ- 28 मार्च, रविवार, सुबह 3 बजकर 27 मिनट से
पूर्णिमा तिथि समाप्त- 29 मार्च, सोमवार, सुबह 12 बजकर 17 मिनट तक
लक्ष्मी जयंती का महत्व:
लक्ष्मी जयंती के दिन यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण होता है कि फाल्गुन पूर्णिमा का दिन ज्यादातर उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के साथ मेल खाता है। इसलिए उत्तरा फाल्गुनी का दिन लक्ष्मी जयंती से भी जुड़ा हुआ है। मुख्य रूप से लक्ष्मी जयंती दक्षिण भारत में मनाई जाती है। धन और समृद्धि की देवी को प्रसन्न करने के लिए यह दिन बेहद महत्वपूर्ण है। इस दिन लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है और लक्ष्मी सहस्रनामावली यानी देवी लक्ष्मी और श्री सुक्तम के 1000 नामों का पाठ किया जाता है। महालक्ष्मी के कमल के फूल को शहद में डुबो कर आहुति के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस दिन यह सब करने से मां लक्ष्मी व्यक्ति से प्रसन्न हो जाती हैं और उन पर अपनी कृपा बनाए रखती हैं।


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