कब है सावन में कामिका एकादशी? जानें डेट, शुभ मुहूर्त, महत्व व पूजा विधि

भगवान शिव को अत्यंत प्रिय सावन मास 14 जुलाई से शुरू हो गया है। सावन मास की पहली एकादशी 24 जुलाई, रविवार को है।

Update: 2022-07-15 05:47 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भगवान शिव को अत्यंत प्रिय सावन मास 14 जुलाई से शुरू हो गया है। सावन मास की पहली एकादशी 24 जुलाई, रविवार को है। सावन की पहली एकादशी को कामिका एकादशी के नाम से जानते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस व्रत को करने से सभी तीर्थों में स्नान के समान पुण्य की प्राप्ति होती है। पापों का नाश होता है व मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है। एकादशी व्रत करने से भगवान विष्णु के आशीर्वाद प्राप्त होने की मान्यता है।

कामिका एकादशी 2022 तिथि-
हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी 23 जुलाई, शनिवार को सुबह 11 बजकर 27 मिनट पर प्रारंभ हो रही है। इस तिथि का समापन 24 जुलाई, रविवार को दोपहर 01 बजकर 45 मिनट पर होगा। उदयातिथि के अनुसार, कामिका एकादशी व्रत 24 जुलाई को रखा जाएगा।
कामिका एकादशी 2022 शुभ मुहूर्त-
ब्रह्म मुहूर्त- 04:15 ए एम से 04:56 ए एम
अभिजित मुहूर्त- 12:00 पी एम से 12:55 पी एम
गोधूलि मुहूर्त- 07:03 पी एम से 07:27 पी एम
अमृत काल- 06:25 पी एम से 08:13 पी एम
द्विपुष्कर योग- 10:00 पी एम से 05:38 ए एम, जुलाई 25
एकादशी व्रत पूजा- विधि
सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं।
घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
भगवान विष्णु का गंगा जल से अभिषेक करें।
भगवान विष्णु को पुष्प और तुलसी दल अर्पित करें।
अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें।
भगवान की आरती करें।
भगवान को भोग लगाएं। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है। भगवान विष्णु के भोग में तुलसी को जरूर शामिल करें। ऐसा माना जाता है कि बिना तुलसी के भगवान विष्णु भोग ग्रहण नहीं करते हैं।
इस पावन दिन भगवान विष्णु के साथ ही माता लक्ष्मी की पूजा भी करें।
इस दिन भगवान का अधिक से अधिक ध्यान करें।
कामिका एकादशी 2022 व्रत पारण का समय-
24 जुलाई को कामिका एकादशी व्रत रखने वाले 25 जुलाई को सूर्योदय के बाद व्रत पारण कर सकेंगे। व्रत पारण का शुभ समय सुबह 05 बजकर 38 मिनट से सुबह 08 बजकर 22 मिनट तक रहेगा।
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