हनुमान जयंती कब है यहां जानें तिथि और पूजा के सबसे अच्छे मुहूर्त

चैत्र नवरात्र और राम नवमी के बाद अब भक्त हनुमान जयंती की तैयारी में जुटे हैं

Update: 2022-04-11 08:15 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क |  चैत्र नवरात्र और राम नवमी के बाद अब भक्त हनुमान जयंती की तैयारी में जुटे हैं। प्रभु श्री राम के अन्नय भक्त हनुमान जी का जन्म चैत्र माह की पूर्णिमा को हुआ था। इस दिन देशभर में हनुमान जी का जन्मदिवस मनाया जाता है। इस बार हनुमान जयंती 16 अप्रैल शनिवार के दिन मनाई जाएगी।

खास बात यह है कि मंगलवार और शनिवार दोनों ही हनुमान जी की पूजा के उपयुक्तदिन हैं। इस दिन बंजरंग बली की पूजा से जहां सभी प्रकार के भय और कष्टों से मुक्ति मिलती है। इसलिए हनुमान जयंती के दिन व्रत पूजा और विभिन्न उपाय करने से बजरंग बली की कृपा जरूर मिलती है।
हनुमान जी को महावीर और संकट मोचक भी कहा जाता है। हनुमान जी को बल, बुद्धि और शौर्य का प्रतीक माना जाता है। मान्यता के मुताबिक बजरंगबली की अराधना करने से व्यक्ति के जीवन में संकटों का नाश होता है। सकंट मोचन हनुमान न सिर्फ नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों से रक्षा करते हैं बल्कि धन-संपत्ति और भौतिक सुख भी प्रदान करते हैं।
हनुमान जयंती 2022 तिथि और शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार पूर्णिमा तिथि 16 अप्रैल, शनिवार को प्रातः 02.25 मिनट पर शुरू होगी। पूर्णिमा तिथि का समापन रात 12.24 मिनट पर होगा।
हनुमान जयंती पर शुभ योग
पंचांग के अनुसार इस वर्ष हनुमान जयंती पर रवि योग बन रहा है। शास्त्रों में यह योग किसी कार्य को सम्पन्न करने के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। रवि-योग को सूर्य का विशेष प्रभाव प्राप्त होने के कारण प्रभावशाली योग माना जाता है। सूर्य की ऊर्जा होने से इस योग में किया गया कार्य में सफलता मिलती है। इस बार 16 अप्रैल को हस्त नक्षत्र सुबह 08 बजकर 40 मिनट तक है। इसके बाद चित्रा नक्षत्र आरंभ होगा।
मान्यता के मुताबिक जो व्यक्ति सच्चे मन और पूरी श्रद्धा के साथ हनुमान जी की पूजा-उपासना करता है, उसे जीवन में कोई संकट नहीं सताता। ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी आज भी पृथ्वी पर जीवित रूप में मौजूद हैं। बजरंगबली का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए हनुमान जयंती के दिन कुछ उपाय करना उत्तम रहता है।
यहां आपको बता रहे हैं तीन उपायों के बारे में जिन्हें इस हनुामन जयंती पर करने से न केवल आपके पास आर्थिक समृद्धि आएगी बल्कि आपको कष्टों का भी निवारण हो सकेगा।
-हनुमान जी के मंदिर में चमेली के तेल का दीपक जलाएं और सुन्दरकाण्ड का पाठ करने के पश्चात मंदिर में प्रसाद बाटें।
-इस दिन 5 देसी घी के रोट का भोग हनुमान जी को लगाएं। इससे दुश्मनों से मुक्ति मिलती है।
-श्री बजरंगबली को प्रसन्न करने के लिए श्री राम नाम का संकीर्तन करें।








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