आषाढ़ अमावस्या कब? जानें ति​थि और स्नान-दान का शुभ मुहूर्त

आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को आषाढ़ अमावस्या होगी.

Update: 2022-06-16 02:36 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को आषाढ़ अमावस्या (Ashadha Amavasya) होगी. आषाढ़ अमावस्या के दिन प्रात: गंगा समेत देश की अन्य पवित्र नदियों में स्नान किया जाता है. उसके पश्चात दान पुण्य करते हैं. इस दिन आप स्नान के बाद सूर्य देव की पूजा कर सकते हैं. अमावस्या ति​थि पर पितरों को प्रसन्न करने के लिए उनके निमित्त तर्पण, पिंडदान, श्राद्ध कर्म, ब्राह्मण भोज आदि किया जाता है. इस दिन आप कुंडली में व्याप्त कालसर्प दोष के उपाय भी कर सकते हैं. श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ. मृत्युञ्जय तिवारी से जानते हैं आषाढ़ अमावस्या की सही तिथि और स्नान दान का शुभ मुहूर्त.

आषाढ़ अमावस्या 2022 तिथि
पंचांग के आधार पर देखा जाए तो आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि का प्रारंभ 28 जून दिन मंगलवार को प्रात: 05 बजकर 52 मिनट पर हो रहा है. इस तिथि का समापन अगले दिन 29 जून दिन बुधवार को सुबह 08 बजकर 21 मिनट पर हो रहा है.
उदयातिथि की मान्यता को देखते हुए आषाढ़ आमवस्या 29 जून को है. नीचे आषाढ़ आमवस्या के स्नान दान का मुहूर्त दिया गया है.
आषाढ़ आमवस्या 2022 मुहूर्त
इस दिन वृद्धि योग प्रात:काल से लेकर सुबह 08 बजकर 51 मिनट तक है. उसके बाद से ध्रुव योग प्रारंभ हो जाएगा. इस दिन कोई शुभ मुहूर्त यानी अभिजित मुहूर्त नहीं है. इस दिन राहुकाल दोपहर 12 बजकर 25 मिनट से दोपहर 02 बजकर 09 मिनब् तक है.
आषाढ़ आमवस्या पर करें ये काम
1. आषाढ़ आमवस्या के दिन स्नान के बाद सूर्य देव को जल ​अर्पित करें. फिर सूर्य मंत्र या गायत्री मंत्र का जाप करें. मानसिक शां​त प्राप्त होगी.
2. आषाढ़ आमवस्या के दिन पेड़-पौधे लगाने से पुण्य प्राप्त होता है, ग्रह दोष भी दूर होता है.
3. अमावस्या तिथि को पितरों के लिए तर्पण, पिंडदान, श्राद्ध आदि करें, ताकि आप पितृ दोष से मुक्त हो सकें.
4. आषाढ़ आमवस्या को शिव मंदिर में पूजा करें. राहुकाल में शिवलिंग की पूजा करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है.
5. इस दिन दान देने से भी पितर प्रसन्न होते हैं. वंश को सुखी जीवन का आशीर्वाद देते हैं.
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