अष्टम भाव में मंगल है तो क्या करें

Update: 2023-02-04 17:35 GMT

आपकी जन्म कुंडली में यदि मंगल आठवें भाव में स्थित है तो यह कुंडली मांगलिक दोष की मानी जाएगी। आठवें भाव का मंगल भाव का मंगल बहुत खराब माना जाता है। यह अचानक घटना और दुर्घटना को जन्म देता है। यदि आपकी कुंडली में मंगल आठवें खाने में है तो उसका सटीक समाधान मंगलदेव ग्रह मंदिर, अमलनेर में बहुत ही अच्छे तरीके से होता है। तुरंत ही वहां जाकर इसकी शांति कराना चाहिए। वहां जाने से पहले आप आजमा सकते हैं ज्योतिष और लाल किताब के कुछ खास उपाय।

आठवें भाव में मंगल का स्वभाव | Ashtam bhav ka mangal ka fal : आठवें भाव का मंगल मौत का फंदा जानों। हौसला तो बुलंद रहता है, लेकिन यदि नौकरी या व्यापार में ही उसका उपयोग करें तो ही सही है। जुबान का कड़वा है तो मूर्ख भी होगा।
अष्टम भाव में मंगल है तो क्या करें 
1. गले में चांदी की चेन पहनें।
2. नित्य हनुमान चालीसा पढ़ें।
3. सफेद सुरमा लगाएं।
4. बंदर को गुड़ और चने खिलाएं।
5. तंदूरी मीठी रोटी कुत्ते को 40 या 45 दिन तक खिलाएं।
अष्टम भाव में मंगल का भविष्यफल फल | Saptam me mangal ka fal: पत्नी से अच्छा व्यवहार करें और विधवा स्त्री का अपमान न करें। अन्यथा मुसीबत में पड़ जाएंगे। कड़वे वचन ना बोलें और घमंड से बचें, अन्यथा जीवन में कभी भी सफल नहीं हो पाएंगे। पराई स्त्री पर बुरी नजर ना डालें, अन्यथा हमेशा दूसरों पर ही आश्रित रहना होगा। लोगों पर अपने विचार ना थोपें, जिद्दी न बनें। मांस और मदीरा सेवन से उग्र स्वभाव में आग में घी डालने वाला काम होगा।
बड़े भाई के होने की संभावना कम ही रहती है। अष्टम भाव से आयु तथा जीवन में आने वाली बाधाओं का विचार किया जाता है। इस भाव से मंगल दोष बने अथवा इस पर मंगल की दृष्टि पड़े, तो अनेकानेक बाधाओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए जरूरी है कि मंगल दोष की शांति कराई जाए। महाराष्ट्र में जलगांव के पास मंगलदेव का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां पर मंगल दोष की शांति बहुत ही उचित मूल्य पर होती है। मंगलवार के दिन यहां पर लाखों लोग आते हैं। मंगल शांति के लिए पहले से ही ऑनलाइन और मोबाइल पर संपर्क करके रजिस्ट्रेशन कराकर जाना होता है।


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