हिंदू धर्म में जहां शनिदेव को कर्मों का दाता माना गया हैं तो वही ज्योतिष में शनि को क्रूर ग्रह बताया गया हैं। मान्यता है कि शनि मनुष्यों को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं अगर कोई अच्छे काम करता हैं तो उसे शुभ फलों की प्राप्ति होती हैं वही बुरे कार्यों को करने वालो पर शनि का क्रोध बरसता हैं।
ऐसे में अगर आपकी कुंडली में शनि अशुभ फल प्रदान कर रहा है या फिर शनि की कुदृष्टि के कारण आपको कई तरह की समस्याओं व कष्टों का सामना करना पड़ रहा हैं तो ऐसे में आप ज्योतिष से जुड़े कुछ उपायों को अपना सकते हैं मान्यता है कि इन उपायों को करने से शनिदेव प्रसन्न होकर कृपा करते हैं और शनि की कुदृष्टि व पीड़ाओं से भी मुक्ति मिलती हैं तो आइए जानते हैं।
शनि पीड़ाओं से मुक्ति के उपाय—
अगर आप शनि पीड़ाओं से छुटकारा पाना चाहते हैं तो शनि को समर्पित दिन यानी शनिवार को भगवान की विधिवत पूजा करें मान्यता है कि ऐसा करने से कई समस्याओं से मुक्ति मिल जाती हैं साथ ही शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव भी कम हो जाता हैं इसके अलावा आप शनिवार के दिन काले कुत्ते को रोटी खिलाएं। ऐसा करने से शनि दोष, शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से राहत मिलती हैं।
अगर आप पर शनि का प्रकोप छाया है तो इसे शांत करने के लिए आप शनिवार के दिन काले घोड़े की नाल से बना छल्ला धारण करें इस उपाय को करने से शनि प्रकोप कम हो जाता हैं साथ ही सभी बिगड़े काम भी बनने लगते हैं इसके अलावा अगर किसी जातक की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती चल रही है तो ऐसे में शनिवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें मान्यता है कि हनुमान भक्तों को शनि परेशान नहीं करते हैं।