विकट संकष्टी चतुर्थी, सुख सौभाग्य में वृद्धि के लिए व्रत

Update: 2024-04-25 11:37 GMT
ज्योतिष न्यूज़  : हिंदू धर्म में व्रत त्योहारों की कमी नहीं है और सभी का अपना महत्व होता है लेकन विकट संकष्टी चतुर्थी को बेहद ही खास माना गया है जो कि श्री गणेश की साधना आराधना को समर्पित होती है चतुर्थी व्रत हर माह के दोनों पक्षों में किया जाता है इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने से गणपति का आशीर्वाद मिलता है और सारे कष्ट दूर हो जाते हैं
 अभी वैशाख मास चल रहा है और इस माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर विकट संकष्टी चतुर्थी का व्रत किया जाएगा। जो कि 27 अप्रैल दिन शनिवार को है ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत से जुड़ी अन्य जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
 विकट संकष्टी चतुर्थी की तारीख और मुहूर्त—
हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख मास की चतुर्थी तिथि का आरंभ 27 अप्रैल को सुबह 8 बजकर 17 मिनट पर हो रहा है और इस तिथि का समापन 28 अप्रैल को सुबह 8 बजकर 21 मिनट प हो जाएगा। ऐसे में संकष्टी चतुर्थी का व्रत पूजन 27 अप्रैल को किया जाएगा। इस दिन चंद्रोदय का समय रात 10 बजकर 23 मिनट है।
 धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अगर किसी जातक को अपने जीवन में दुख परेशानियों व कष्टों का सामना करना पड़ रहा है तो ऐसे में आप विकट संकष्टी चतुर्थी के शुभ दिन पर भगवान ​श्री गणेश की विधिवत पूजा करें साथ ही दिनभर का उपवास भी जरूर करें माना जाता है कि इस दिन व्रत पूजन करने से जातक के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और सुख समृद्धि में वृद्धि होती है।
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