Vastu Tips: घर के किस मुख्य पर होना चाहिए दरवाजा, जानिए क्या हैं इसके लाभ

आज हर शख्स सफल होना चाहता है. इसके लिए वो हर तरह की कोशिशें करता है. हालांकि, इसके बावजूद लोगों को सफलता नहीं मिल पाती.

Update: 2021-01-31 01:29 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेसक |आज हर शख्स सफल होना चाहता है. इसके लिए वो हर तरह की कोशिशें करता है. हालांकि, इसके बावजूद लोगों को सफलता नहीं मिल पाती. कहते हैं कि जीवन में सफल होने के लिए किस्मत और मेहनत दोनों चीजों की जरूरत होती है. लेकिन इन सबके साथ हम अगर वास्तु का ख्याल रखें तो आपकी चीजें आसान हो जाती हैं. कई बार ऐसा देखा जाता है कि घर का निर्माण वास्तु के हिसाब से किया जाता है, लेकिन घर के मुख्य द्वार पर वास्तु का ध्यान नहीं रखा जाता है, जिससे आपके घर की तरक्की रुक जाती है. अगर आपको मुख्य द्वार के वास्तु के बारे में नहीं पता है तो आइए जानते हैं कि वास्तु के हिसाब से आपके घर का दरवाजा कैसा होना चाहिए?

1. वास्तु के हिसाब से घर के मुख्य दरवाजे पर छाया नहीं पड़नी चाहिए. ऐसे में जब भी आप घर का निर्माण करें तो इस बात का ख्याल जरूर रखें कि घर के मुख्य दरवाजे के आस-पास कोई पेड़ या फिर कोई पोल न रहे.
2. मुख्य दरवाजे से लगने वाली सीढ़ियों की संख्या विषम होनी चाहिए. घर के दरवाजे से लगने वाली सीढ़ियों की संख्या 3, 5 या फिर 7 रखें.
3. घर के मुक्य दरवाजे के अनुपात में उसकी चौड़ाई आधी रखें. अगर मुख्य द्वार की लंबाई 10 फीट है तो दरवाजे की चौड़ाई 5 फीट ही रखें.
4.घर की ही दिशा में मुख्य द्वार होना चाहिए, इसके विपरीत नहीं. इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा नहीं आती है.
5. घर का मुख्य दरवाजा घर के अन्य सभी कमरों से ऊंचा होना चाहिए. वासट शास्त्र में इसे शुभ बताया गया है.
6. मुख्य द्वार उत्तर दिशा में रखने से धन का आगमन होता है. मुख्य द्वार पूरब दिशा में रहने से घर में शांति बनी रहती है, जबकि पश्चिम दिशा में रहने से सौभाग्य में वृद्धि होती है.


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