Vastu Tips: जीवन होगा खुशियों से भरा, धन की होगी बचत अपनाएं ये उपाय
वास्तु शास्त्र के जानकारों के अनुसार, घर का निर्माण कराते समय वास्तु का ख्याल रहने से जहां घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है वहीं सुख, संपदा और खुशहाली भी आती है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| वास्तु शास्त्र के जानकारों के अनुसार, घर का निर्माण कराते समय वास्तु का ख्याल रहने से जहां घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है वहीं सुख, संपदा और खुशहाली भी आती है. इस वजह से घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है. अक्सर ऐसा होता है कि लोग घर बनवाते समय अपनी सुविधा का ज़्यादा रखते हैं लेकिन इस दौरान वो वास्तु के महत्त्व को भूल जाते हैं. जिसका परिणाम होता है कि गृह प्रवेश के बाद लोगों के जीवन में अचानक से कई परिवर्तन आने लगते हैं और उन्हें कुछ समझ में नहीं आता. वास्तु दोष का सीधा असर गृहस्वामी और गृहस्वामिनी पर पड़ता है. आपको बताते हैं कि वास्तु के मुताबिक़ यदि घर के आग्नेय कोण का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं हुआ है तो इसका गृहस्वामिनी पर क्या प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है.
वास्तुशास्त्र के मुताबिक़, रसोईघर हमेशा आग्नेय कोण में ही बनवाना चाहिए. इसके साथ ही अगर हम रसोई में आवश्यकता से अधिक खाद्यान्न जमा करते हैं तो गृहस्वामी और गृहस्वामिनी के स्वास्थ्य पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. इसके बावजूद यदि इसमें परिवर्तन नहीं किया गया तो परिवार की प्रतिष्ठा पर भी आंच आ सकती है.
यदि आप वास्तु के मुताबिक़, आग्नेय कोण में खाना बनाते हैं तो आपको आर्थिक लाभ हो सकता है. यदि आपके ऊपर कोई ऋण या कोई उधार बाकी है तो आप उसे भी चुका पाएंगे. लेकिन यह याद रखें, कि आग्नेय कोण में पानी की बाल्टी न रखें और न ही ज़्यादा पानी बहाएं. यदि आप ऐसा करते हैं तो आपको धन की हानि होगी.
वास्तुशास्त्र के अनुसार, गृहस्वामी के बेडरूम में रौशनी की मात्रा पर्याप्त होनी चाहिए. इसलिए घर बनवाते समय खिड़कियों का ख़ास ख्याल रखें. प्रयास करें कि खिड़कियां वायव्य कोण में हों. कमरों में लाइटिंग की पर्याप्त व्यवस्था हो. यदि आपके घर में रौशनी की पर्यापत व्यवस्था नहीं है तो घर के सदस्यों में टकराव की स्थिति बनी रहेगी और उनके मन में उत्साह का अभाव होगा.
वास्तुशास्त्र के अनुसार, आग्नेय कोण का अलग ही महत्त्व है. इस कोण में लाल रंग की मोमबत्ती जलाने से परिवार के सभी सदस्य सेहतमंद रहते हैं. साथ ही बीमारियां पास भी नहीं फ़टकतीं. वास्तु के अनुसार, घर के मध्य भाग को ब्रह्मस्थान माना गया है. यहां पर बहुत भारी मशीनें और फर्नीचर रखने से परहेज करना चाहिए, ताकि घर में सुख, शांति का वास हो.