Vastu Tips वास्तु टिप्स: जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए वास्तु के कुछ नियमों का पालन करना बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। वास्तु के अनुसार, घर में कछुआ रखने से धन-दौलत में वृद्धि होगी। आय के नए स्त्रोतों से धन लाभ के योग बनते हैं। घर में धातु से निर्मित कछुआ को रखना लाभकारी माना गया है। लेकिन जीवित कछुए को घर में रखने से बचना चाहिए। लेकिन घर में कछुआ रखते वास्तु के कुछ नियमों का खास ध्यान रखना चाहिए। आइए विस्तार से जानते हैं घर में धातु से निर्मित कछुआ रखने के वास्तु नियम...
कछुआ रखने के वास्तु नियम :
वास्तु के अनुसार, घर में जीवित कछुआ नहीं रखना चाहिए। इससे घर की Negativityबढ़ती है। पारिवारिक जीवन में अशांति आ सकती है।
अगर आप घर या ऑफिस में कछुआ रखने चाहते हैं, तो लकड़ी, क्रिस्टल या धातु से निर्मित कछुआ को घर में स्थापित कर सकते हैं।
वास्तु के अनुसार, शुक्रवार, बुधवार और गुरुवार को घर में कछुए की मूर्ति स्थापित करना लाभकारी माना गया है।
वास्तु में घर के उत्तर दिशा को कुबरे देवता का स्थान माना गया है। इस दिशा में कछुए की मूर्ति स्थापित करने से परिवार के सदस्यों के सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है और खूब धन लाभ होता है।
वास्तु में घर की दक्षिण-पूर्व दिशा में लकड़ी से निर्मित कछुआ स्थापित करना बेहद शुभ माना गया है। मान्यता है कि इससे रोग-दोषों से मुक्ति मिलती है। घर के सदस्यों को हर कार्य में अपार सफलता मिलती है।
नौकरी या कारोबार में तरक्की के लिए ऑफिस में चांदी का कछुआ रख सकते हैं।
इसके अलावा बच्चों के स्टडी रूम के उत्तर-पश्चिम दिशा में धातु का कछुआ रखना शुभ फलदायी माना गया है। कहा जाता है कि इससे बच्चों की एकाग्रता बढ़ती है।
कछुआ रखने के लाभ :
घर में लकड़ी या धातु से निर्मित कछुआ स्थापित करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
घर में कछुआ रखने से धन, सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। धन आगमन के नए मार्ग प्रशस्त होंते हैं।
मान्यता है कि घर के मुख्यद्वार पर कछुआ रखने से Negativityदूर होती है और घर में खुशहाली आती है।
क्रिस्टल से निर्मित कछुए को घर की दक्षिण-पूर्व दिशा में स्थापित करने से सामाजिक पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है।