Vastu Tips: घर में ओम, स्वास्तिक, श्री, कलश बनाने के जाने फायदे

Update: 2024-07-19 16:13 GMT
Vastu Tips: घर की सबसे पवित्र और शुद्ध जगह होती है घर का मंदिर। घर के मंदिर में सभी देवी-देवता निवास करते हैं और उनकी पूजा-पाठ से Positive ऊर्जा का संचार बना रहता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का पूजा स्थल हमेशा ईशान कोण में होना चाहिए। ईशान कोण देवी-देवताओं की दिशा मानी जाती है और इसी दिशा से शुभ फल की प्राप्ति होती है। वास्तु में घर के पूजा स्थल पर ओम, स्वास्तिक, श्री आदि धार्मिक चिह्न होने के कई फायदे बताए गए हैं। इन चिह्न से मां लक्ष्मी की हमेशा कृपा रहती है और जीवन में भी सब मंगल बना रहता है। आइए जानते हैं घर के पूजा स्थल पर इन चिह्न के होने से क्या फायदे मिलते हैं...
घर में ओम का चिह्न बनाने के फायदे
घर के पूजा स्थल पर केसर या चंदन से ॐ का चिह्न बनाएं। मान्यता है कि पूजा स्थल पर ॐ बनाने और इसके जप से स्मरण शक्ति और एकाग्रता में वृद्धि होती है। साथ इसके शुभ संचार से घर-परिवार में चल रहा तनाव भी दूर होता है। केसर या चंदन से बनाए गए ॐ से सामाजिक और पारिवारिक जीवन में चल रही समस्याओं का अंत होता है और जीवन में तरक्की के मार्ग बनते हैं।
घर में स्वास्तिक का चिह्न बनाने के फायदे
घर के पूजा स्थल और मुख्य द्वार के दोनों और हल्दी से स्वास्तिक का चिह्न बनाएं और नीचे शुभ लाभ लिखें। vastu के अनुसार, ऐसा करने से घर का वास्तु दोष दूर होता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार बना रहता है। जब भी स्वास्तिक का चिह्न बनाए तो ध्यान रखें कि वह 9 उंगली लंबा और चौड़ा होना चाहिए। यह चिह्न अशुभ प्रभाव को रोकता है और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है, जिससे करियर में तरक्की के योग बनते हैं।
घर में श्री का चिह्न बनाने के फायदे
श्री का चिह्न माता लक्ष्मी की प्रतीक माना जाता है, इसे घर के मंदिर में सिंदूर या केसर से बनाएं। इस चिह्न के बनाने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और माता लक्ष्मी की भी विशेष कृपा बनी रहती है। वास्तु के अनुसार, श्री का चिह्न बनाने से घर में कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं होती है और पारिवारिक सदस्यों में आपसी प्रेम बना रहता है। पूजा स्थल पर श्री का चिह्न होने से माता लक्ष्मी स्वयं वहां निवास करती हैं।
घर में मंगल कलश का चिह्न बनाने के फायदे
घर के पूजा स्थल पर सिंदूर से मंगल कलश का चिन्ह बनाने से सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। यह चिह्न घर के वातावरण को शुद्ध और सकारात्मक रखता है और सभी तरह की अड़चनों को दूर करता है। वास्तु के अनुसार, मंगल कलश को माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है और इससे घर-परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है। साथ ही इस चिह्न धन की आवक भी बनी रहती है और पारिवारिक सदस्यों की तरक्की होती है।
घर में पद्म का चिह्न बनाने के फायदे
घर के पूजा स्थल पर केसर, चंदन या सिंदूर से पद्म (Lotus) या अष्टदल कमल का चिह्न बनाना चाहिए। यह चिह्न भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। वास्तु के अनुसार, इस चिह्न के बनाने से लक्ष्मी नारायण की कृपा बनी रहती है और घर में धन-धान्य की कमी नहीं होती है। इस चिह्न से आरोग्य की भी प्राप्ति होती है और सभी तरह के तनाव भी दूर रहते हैं।
घर में गाय के खुर होने के फायदे
घर के पूजा स्थल पर आप गाय के खुर और लक्ष्मी के पग भी बना सकते हैं। यह मंगल का प्रतीक माना जाता है। गाय के खुर बनाने से सभी देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है और जीवन में मंगल ही मंगल रहता है। अगर नौकरी, व्यापार या कारोबार में स्थिति सही नहीं चल रही है तो वास्तु के अनुसार, पूजा स्थल पर इसे शुभ समय देखकर गाय के खुर या लक्ष्मी के पग जरूर बनाएं। ऐसा करने से स्थिति में सुधार आएगा और देवी-देवताओं की कृपा भी बनी रहेगी।
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