Varalakshmi Vratam : सावन के आखिरी शुक्रवार दरिद्रता दूर करने के लिए करें ये उपाय

श्रावण मास के आखिरी शुक्रवार के दिन वर लक्ष्मी व्रत रखा जाता है. मां वरलक्ष्मी का व्रत व पूजा करने से अष्टलक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है. लेकिन इस व्रत को शादीशुदा लोग ही रख सकते हैं. अगर आप शादीशुदा नहीं हैं, तो इन उपायों को करने से आपको मां का आशीर्वाद प्राप्त हो सकता है.

Update: 2021-08-19 04:42 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हर साल श्रावण मास का आखिरी शुक्रवार काफी महत्वपूर्ण होता है. इस शुक्रवार के दिन वरलक्ष्मी व्रत रखा जाता है. मां वरलक्ष्मी का व्रत रखने से या इस दिन मां वरलक्ष्मी की पूजा करने से अष्टलक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है. मां वरलक्ष्मी क्षीर सागर से उत्पन्न हुईं थीं, इसलिए उनका रंग सफेद दूधिया है. माता रंगीन वस्त्र धारण करती हैं और 16 श्रंगार करती हैं.

मान्यता है कि सावन के आखिरी शुक्रवार को मां के इस स्वरूप की पूजा और व्रत रखने वाले के घर पर कभी आर्थिक संकट नहीं आता. उसके जीवन से दरिद्रता का साया तक उठ जाता है और वो व्यक्ति इतना धनवान हो जाता है कि उसकी सात पीढ़ियां भी सुखमय जीवन बिताती हैं.
इस बार वरलक्ष्मी व्रत 20 अगस्त, शुक्रवार को रखा जाएगा. वरलक्ष्मी व्रत को लेकर कहा जाता है कि इसे सिर्फ शादीशुदा पुरुष और स्त्रियां ही रख सकते हैं. कुंवारे लोगों के लिए इस व्रत की मनाही होती है. लेकिन अगर आप ये व्रत नहीं रख सकते, तो परेशान होने की जरूरत नहीं. हम यहां आपको कुछ उपाय बताने जा रहे हैं. इन उपायों को आने वाले शुक्रवार के दिन करने से मां लक्ष्मी आपसे भी प्रसन्न होंगी और अपनी कृपा बरसाकर आपको मालामाल कर देंगी.
1. शुक्रवार की शाम को आप एक चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर मां लक्ष्मी और गणेश भगवान की प्रतिमा रखें. गणपति के समक्ष घी का और माता को सरसों के तेल का दीपक अर्पित करें. इसके बाद कुमकुम, हल्दी, चंदन पाउडर, चंदन, इत्र, फूल माला, धूप, वस्त्र, प्रसाद आदि चढ़ाएं. इसके बाद 5, 7 या 11 बार पहले 'ॐ श्री गणेशाय नम:' बोलें. इसके बाद नारायण और मां लक्ष्मी का ध्यान करें. फिर स्फटिक या कमल गट्टे की माला से महालक्ष्मी गायत्री मंत्र 'ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात्' मंत्र की 1 माला से लेकर श्रद्धानुसार 5, 7, 11 आदि मालाएं जपें. इसके बाद भगवान की आरती गाएं और अंत में सभी को प्रसाद बांट दें. इस तरह पूजा करने से गणपति और महालक्ष्मी दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और आर्थिक संकट दूर होते हैं.
2. शुक्रवार को शाम के समय महालक्ष्मी की पूजा करें और उनके चरणों में 7 कौड़ियां अर्पित करें. पूजा करने के बाद इन कौड़ियों को अपने घर में कहीं गड्ढा करके दबा दें. ये कौड़ियां कुछ ही दिनों में चमत्कारी असर दिखाएंगी और आपके घर में हमेशा के लिए धन की समस्याएं दूर हो जाएंगी.
3. शुक्रवार की शाम को माता लक्ष्मी का नारायण के साथ पूजन करें. मंत्र जाप आदि करें. इसके बाद पीपल के पेड़ पर सुगंधित धूप जलाएं और आटे का दीपक जलाएं. मान्यता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी आपके घर में निवास करने लगती हैं और आपके सारे कष्ट हर लेती हैं.


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