मकर राशि में तीन ग्रहों की युति बनने जा रही है, जानें शनि और गुरु का परिवर्तन

17 सितंबर 2021 को मकर राशि में तीन ग्रहों की युति बनने जा रही है. मकर राशि में वर्तमान समय में दो बड़े ग्रह वक्री होकर गोचर कर रहे हैं. मकर राशि में शनि और गुरु ग्रह वर्तमान समय में विराजमान हैं. ऐसे में चंद्रमा का मकर राशि में प्रवेश क्या फल देने जा रहा है

Update: 2021-09-16 12:47 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Capricorn Horoscope: 17 सितंबर 2021 को मकर राशि में तीन ग्रहों की युति बनने जा रही है. मकर राशि में वर्तमान समय में दो बड़े ग्रह वक्री होकर गोचर कर रहे हैं. मकर राशि में शनि और गुरु ग्रह वर्तमान समय में विराजमान हैं. ऐसे में चंद्रमा का मकर राशि में प्रवेश क्या फल देने जा रहा है, आइए जानते हंै-

मकर राशि
ज्योतिष शास्त्र में मकर राशि को एक महत्वपूर्ण राशि माना गया है. राशि चक्र के अनुसार मकर राशि दसवें स्थान पर आती है. मकर राशि का प्रतीक एक बकरी है. मकर राशि को पृथ्वी तत्व की राशि माना गया है. जिन लोगों की मकर राशि होती है, वे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए गंभीर रहते हैं. ऐसे लोग दूसरों से भी बेहतर कार्य लेने में निपुण होते हैं. मकर राशि वाले व्यक्ति महत्वाकांक्षी होते हैं और अपने कार्य को पूर्ण करके ही राहत की सांस लेते हैं.
शनि का राशि परिवर्तन 2021
शनि देव वर्तमान समय में मकर राशि में गोचर कर रहे हैं. इस वर्ष यानि 2021 में शनि का कोई राशि परिवर्तन नहीं है. मकर राशि को शनि की अपनी राशि मानी गई है. शनि इस राशि के स्वामी कहलाते हैं.
गुरु का राशि परिवर्तन 2021
मकर राशि में शनि के साथ गुरु यानि देव गुरु बृहस्पति भी विराजमान हैं. गुरु की ये नीच राशि है. शनि के साथ गुरु, मकर राशि में नीचभंग राजयोग बना रहा है.
चंद्रमा का राशि परिवर्तन
पंचांग के अनुसार 17 सितंबर 2021, शुक्रवार को चंद्रमा का गोचर मकर राशि में रहेगा. चंद्रमा का यह गोचर 18 सितंबर 2021 शनिवार, को दोपहर 03 बजकर 26 मिनट तक रहेगा. मकर राशि में चंद्रमा का गोचर 16 सितंबर 2021 को प्रात: 10 बजकर 43 मिनट पर हुआ था.
मकर राशिफल
मकर राशि में शनि, गुरु और चंद्रमा की युति होने से आने वाले दो दिन आपके लिए महत्वपूर्ण है. इन दो दिनों में गलत ढंग से धन प्राप्त करने की कोशिश न करें. प्रतिद्वंदी सक्रिय रहेंगे, इसलिए सतर्क रहें. तनाव और अधिक सोचने की स्थिति से बचें. धन लाभ के लिए आज आपको अधिक परिश्रम करना पड़ सकता है. उच्च पद पर आसीन व्यक्तियों का सहयोग प्राप्त होगा.


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