महाशिवरात्रि पूजा में इस्तेमाल, इन 3 चीजों का न करें नहीं मिलेगा पूरा फल

भगवान शिव के भक्तों को महाशिवरात्रि का बहुत इंतजार रहता है.

Update: 2022-02-23 05:41 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क |  भगवान शिव के भक्तों को महाशिवरात्रि का बहुत इंतजार रहता है. इस साल महाशिवरात्रि का पर्व (Maha Shivratri) मंगलवार, 01 मार्च 2022 को है. हर महीने दो पक्ष आते हैं. लेकिन फाल्गुन माह की चतुर्दशी तिथि बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है. हिंदू पंचांग के मुताबिक, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का त्योहार हर्ष और पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस दिन भक्त शिवरात्रि का व्रत रख देवों के देव महादेव (Lord Shiv Puja) को प्रसन्न करते हैं और पूरे विधि-विधान से पूजा अर्चना करते हैं. लोगों की मानना है कि महाशिवरात्रि पर शिवजी और माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था. ऐसे में इस दिन भक्तजन एक स्वस्थ वैवाहिक जीवन की भी कामना करते हैं. कुछ लोगों अकसर ये सोचते हैं कि पूरी विधि-विधान से पूजा (Shivling Puja Vidhi) करने के बाद भी पूरा फल क्यों नहीं मिलता? आपको बता दें कि अकसर लोग पूजा के दौरान ऐसी गलतियां कर देते हैं, जिसके कारण उन्हें अपनी पूजा का पूरा फल नहीं मिल पाता. खासतौर पर तब जब वे शिवलिंग की पूजा करते हैं. ऐसे में जानते हैं शिवजी की या शिवलिंग की पूजा (Shivling Puja) के दौरान क्या न करें.

भगवान शिव की पूजा के दौरान क्या न करें
अकसर लोग अपने घर के आंगन की तुलसी तोड़कर शिवलिंग पर चढ़ा देते हैं. बता दें कि तुलसी के पत्तों को शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए. वरना ऐसा करने से पूजा फल नहीं मिल पाता.
घर में कोई हवन करवाना हो या पूजा, नारियल का इस्तेमाल हर जगह किया जाता है. लेकिन यदि आप शिवलिंग पर नारियल का इस्तेमाल कर रहे हैं तो ऐसा करना गलत है, जी हां, नारियल देवी को लक्ष्मी का प्रतीक मानते हैं और लक्ष्मी का संबंध भगवान विष्णु से है. शिवलिंग पर भूलकर भी नारियल का जल या नारियल का इ्स्तेमाल नहीं करना चाहिए.
शिवपुराण के मुताबिक, भगवान शिव की पूजा में केतकी के फूल का प्रयोग नहीं किया जाता. वहीं शिवलिंग पर भी केतकी के फूल को चढ़ाना वर्जित मानते हैं.
नोट – इस लेख में दी गई जानकारी मान्यताओं और सूचनाओं पर आधारित है. india.com इसकी पुष्टि नहीं करता है. अधिक जानकारी के लिए किसी एक्सपर्ट से संपर्क करें. 

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