शरीर की बनावट से समझें किस्मत का हाल, ये शुभ संकेत भी पहचानें
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क: ज्योतिष शास्त्र में इंसान की कुंडली देखकर उसका भाग्य बताया जाता है. इंसान कितना अमीर होगा, वो क्या बनेगा और उसे कितनी परेशानियां होंगी, हस्तरेखा शास्त्र में देखा जा सकता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि शरीर की बनावट भी किस्मत का हाल बताती है. शरीर की रूपरेखा से आपके भाग्य और स्वभाव को पढ़ा जा सकता है. इसे समझने के लिए शरीर की बनावट और उसके संकेतों को समझने की आवश्यकता होती है.
पैर का अंगूठा
पैर का अंगूठा व्यक्ति के प्रभाव और उसकी आध्यात्मिक रूचि को दर्शाता है. अगर पैर का अंगूठा ज्यादा बड़ा और लंबा हो तो व्यक्ति सरल और धर्म-कर्म वाला होता है. अगर अंगूठे के ठीक बगल वाली अंगुली ज्यादा लंबी हो तो व्यक्ति ज्यादा प्रभावशाली होता है. वहीं, पैर का अंगूठा अगर ज्यादा छोटा हो तो व्यक्ति हर वक्त धन की चिंता में डूबा रहता है और दूसरों को नुकसान पहुंचाने का षडयंत्र रचता रहता है.
हाथ की अंगुलियां
हाथ की अंगुलियां अगर लंबी और पतली हों तो व्यक्ति कलात्मक होता है. सरल होता है. ज्यादा अड़चनों में नहीं पड़ता है. अंगुलियां अगर मोटी और सख्त हों तो व्यक्ति को जरूरत से ज्यादा संघर्ष करना पड़ता है. ऐसे लोगों की वाणी कठोर होती है. अंगुलियाँ अगर टेढ़ी-मेढ़ी हों तो व्यक्ति को खूब धन प्राप्त होता है. लेकिन सेहत को लेकर काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. अंगुलियां अगर गांठदार हों तो इंसान ज्यादा स्वार्थी होता है. ऐसे लोग केवल धन की फिराक में रहते हैं.
कान
इंसान के लंबे कान लंबी आयु का संकेत देते हैं. कान छोटे होने से व्यक्ति की आयु कम हो जाती है. साथ ही दुर्घटनाओं का खतरा रहता है. यदि कान पर बाल हों तो व्यक्ति छोटे स्तर से उंचाइयों पर पहुंचता है. ऐसे लोगों की आयु लंबी होती है.
नाखून
हाथ के नाखून लंबे और सुन्दर हों तो व्यक्ति भाग्यशाली होता है. नाखून टेढ़े-मेढ़े हों तो व्यक्ति को अत्यधिक संघर्ष करना पड़ता है. नाखूनों पर अर्धचंद्र अगर बड़ा हो तो व्यक्ति की रोगों से रक्षा होती है. अगर ये अर्धचंद्र ना हो तो व्यक्ति लंबे समय तक बीमारी झेलता है. नाखूनों पर सफेद निशान या बिंदु किसी रोग की सूचना देते हैं.
भौंहें
भौंहें गाढ़ी हों तो व्यक्ति का स्वभाव सरल होता है. अगर दोनों भौंहें आपस में सट जाएं तो व्यक्ति काफी क्रोधी होता है. ऐसे लोगों का वाणी पर नियंत्रण नहीं होता है. अगर भौंहें कटी-फटी हों तो व्यक्ति को मानसिक पीड़ा काफी ज्यादा होती है. अगर भौंहें नीचे की ओर झुक रही हों तो व्यक्ति का झुकाव वैराग्य की ओर हो जाता है. ऐसे लोग अक्सर घर त्याग देते हैं.
हाथ-पैरों के बाल
पुरुषों के हाथ और पैरों में ज्यादा बाल होना अच्छा होता है. ऐसे पुरुष सरल और विश्वास पात्र होते हैं. जबकि महिलाओं के हाथ और पैरों पर ज्यादा बाल होना अच्छा नहीं होता है. ऐसी महिलाओं को जीवन में दुर्भाग्य का सामना करना पड़ता है. अगर पुरुष सरल और अच्छे स्वभाव का हो तो उसके हाथ-पैर और सीने पर घने बाल आने लगते हैं.