अर्थराइटिस मरीजों को नुकसान कर सकता है ज्यादा विटामिन सी, जानें कैसे
अर्थराइटिस यानी गठिया जो घुटनों, एड़ियों, पीठ या गर्दन किसी भी ज्वाइंट्स में हो सकता है. इसकी शुरुआत 50 वर्ष से बाद होती है लेकिन कई बार यह कम उम्र के लोगों को भी हो जाता है.
अर्थराइटिस यानी गठिया जो घुटनों, एड़ियों, पीठ या गर्दन किसी भी ज्वाइंट्स में हो सकता है. इसकी शुरुआत 50 वर्ष से बाद होती है लेकिन कई बार यह कम उम्र के लोगों को भी हो जाता है. आर्थराइटिस एक ऐसी समस्या है जिसमें मरीज को ज्वाइंट्स में असहनीय तेज दर्द होता है. कई बार चलने और खड़े रहने में भी दिक्कत आने लगती है. अर्थराइटिस के कई कारण हो सकते हैं जिसमें एक्सरसाइज की कमी और लंबे समय तक बैठे रहना प्रमुख है. वैसे तो अर्थराइटिस में विटामिन सी खाने की सलाह दी जाती है लेकिन विटामिन सी का अधिक सेवन ज्वाइंट्स पेन को बढ़ा भी सकता है. विटामिन सी जितना बॉडी के लिए जरूरी है उतना ही ज्वाइंट्स के लिए खतरनाक भी. चलिए जानते हैं कि कैसे विटामिन सी बढ़ा सकता है परेशानी.
कैसे विटामिन सी बढ़ा सकता है परेशानी
विटामिन सी का लंबे समय तक सेवन करना बॉडी के लिए नुकसानदायक हो सकता है. वेब एमडी के अनुसार विटामिन सी का अधिक प्रयोग करने से ऑस्टियोआर्थराइटिस की समस्या हो जाती है. हालांकि हड्डियों और मांसपेशियों के लिए विटामिन सी खाने की सलाह दी जाती है लेकिन खट्टा होने की वजह से यह दर्द को बढ़ा भी देता है.
ऑस्टियोआर्थराइटिस के अधिक बढ़ जाने से ज्वाइंट कार्टिलेज के टूटने का खतरा बढ़ जाता है. साथ ही अधिक उम्र के लोगों में ज्वाइंट डैमेज की समस्या भी देखी गई है. अर्थराइटिस में खट्टे फल, छाछ और दही का सेवन नहीं करना चाहिए. जिन लोगों को पहले से अर्थराइटिस की समस्या है उन्हें विटामिन सी का सेवन सिर्फ डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए.
अर्थराइटिस के मरीजों को वेट मैनेजमेंट पर भी ध्यान देना चाहिए. ज्वाइंट्स पर पड़ने वाला अधिक भार ज्वाइंट्स को कमजोर बना देता है. घुटनों और एड़ियों पर शरीर का अधिक भार होता है इसलिए अर्थराइटिस मोटे लोगों को अधिक होता है.हालांकि वेट कम करने में विटामिन सी काफी मददगार साबित होता है लेकिन जिन लोगों को पहले से ज्वाइंट्स पेन है उन्हें इसका सेवन कम करना चाहिए.