धर्म अध्यात्म: कल सावन की अंतिम सोमवारी है. सावन की अंतिम सोमवारी पर भक्त महाकाल की पूजा कर मनचाहा वरदान मांग सकते हैं. इसपर पूर्णिया के पंडित मनोत्पल झा कहते हैं कि श्रावण मास का यह अंतिम सोमवारी है, जो 28 अगस्त को द्वादशी तिथि और सोमवार का दिन को होगा. सोमवार का दिन खास तौर पर महादेव का दिन होता है और इस दिन सावन का समाप्त होना एक बहुत बड़ा संयोग माना जा रहा है. इस दिन इन मंत्रों का जाप और पूजा करने से महादेव का आशीर्वाद प्राप्त होगा.
सावन महीने में लोगों को बाबा के दरबार या भोलेनाथ के मंदिर जाकर जरूर पूजा पाठ करनी चाहिए. यह सावन की अंतिम सोमवारी है. इसलिए इस पूजा को धूमधाम और यादगार जरूर बनाएं. जिससे आप पर महाकाल की कृपा हमेशा के लिए बरसती रहे. इस दिन मिट्टी से बने महादेव की पार्थिव पूजा करें. कम से कम 1100 या 11000 जितना आपका सामर्थ्य हो, उतना कर सकते हैं. इसका बहुत ही लाभ होता है. उन्होंने कहा इस दिन अगर महामृत्युंजय का भी जाप किया जाय तो अधिक फलदायक होता है.
इन मंत्रों का करेंगे जाप तो बरसेगी कृपा
पंडित जी कहते हैं वैसे श्रद्धालु जो सोलह सोमवारी या सावन का सोमवारी करते हो ऐसे व्रती भगवान् भोलेनाथ की पूजन के समय जलाविषेक करते समय इन मंत्रो का जाप करें. ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्, उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् या आप इन पंचाक्षर मंत्रो को भी जप सकते हैं. ओम् नमः शिवाय का भी जाप आपके लिए बहुत लाभदायक रहेगा. इसके बाद आप अपनी सभी समस्याओं को महादेव को बताएं. निश्चित ही भगवान् भोलेनाथ आपकी सभी कष्टों का निवारण करेंगे और आपका कल्याण होगा.