कल दशहरे पर बन रहा है खास संयोग, इस मुहूर्त में पूजा करने से मिलेगा विशेष फल

इस मुहूर्त में पूजा करने से मिलेगा विशेष फल

Update: 2022-10-04 11:40 GMT
ज्योतिष: हिंदू धर्म में वैसे तो कई सारे पर्व और त्योहार मनाए जाते हैं जिनका अपना महत्व होता है लेकिन दशहरा बेहद ही खास माना जाता है पंचांग के अनुसार प्रमुख तौर पर यह पर्व अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर मनाया जाता है इस साल दशहरा कल यानी 5 अक्टूबर दिन बुधवार को देशभर में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। दशहरे को विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है
इसी दिन प्रभु श्रीराम ने लंकापति रावण का वध कर बुराई पर अच्छाई की जीत हासिल की थी। इसी खुशी में लोग दशहरे के दिन रावण दहन और पूजा पाठ करते हैं ज्योतिषशास्त्र के अनुसार इस साल दशहरे पर कई शुभ योगों का निर्माण हो रहा है जिस कारण इस बार के दशहरे का महत्व और भी बढ़ गया है तो आज हम आपको दशहरा पूजन का मुहूर्त और अन्य जानकारियां प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
जानिए दशहरा पूजन का मुहूर्त—
हिंदू धर्म पंचाग के अनुसार इस साल दशहरे का त्योहार 5 अक्टूबर को देशभर में मनाया जाएगा। लेकिन दशमी तिथि 4 अक्टूबर 2022 की दोपहर 2 बजकर 20 मिनट से आरंभ हो जाएगी और इसका समापन 5 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे होगा। इस दौरान दशहरा पूजन के दो शुभ मुहूर्त प्राप्त हो रहे हैं दशहरा पूजन का विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 7 मिनट से 2 बजकर 54 मिनट तक यानी केवल 47 मिनट का ही होगा। वहीं बंगाल विजयादशमी की अपराह्न पूजा का समय दोपहर 1 बजकर 20 मिनट से 3 बजकर 41 मिनट तक करीब दो घंटे 21 मिनट का होने वाला है
ऐसे में इन मुहूर्त में पूजा करना अत्यंत ही पुण्यदायी और लाभकारी होगा इस दौरान पूजा पाठ करने से पूजन का पूर्ण फल जातक को प्राप्त होता है। वही इस साल दशहरे पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं इस दिन श्रवण नक्ष रहेगा इसके बेहद शुभ माना जाता है श्रवण नक्षत्र 4 अक्टूबर की रात 10 बजकर 51 मिनट से 5 अक्टूबर की रात 9 बजकर 15 मिनट तक रहेगा। वही इसके अलावा तीन अन्य शुभ योगों का निर्माण भी दशहरे पर हो रहा है जिसमें रवि, सुकर्मा और धृति योग शामिल है इन मुहूर्त में पूजा पाठ करना विशेष लाभ कराता है।
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