ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में पर्व त्योहारों की कमी नहीं है और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन शनि जयंती को बेहद ही खास माना गया है जो कि सूर्य पुत्र शनिदेव को समर्पित है इस दिन भक्त भगवान शनिदेव की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं माना जाता है कि शनि जयंती के दिन शनि महाराज की विधिवत पूजा करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही भक्तों की सारी मनोकामनाएं भी पूरी हो जाती है।
शनि जयंती पर भक्ति भाव शनिदेव की पूजा करने से कुंडली से साढ़ेसाती का प्रभाव कम हो जाता है वैशाख के महीने में शनि जयंती 7 मई को मनाई जाएगी। ऐसे में आज हम आपको बता रहे हैं कि शनि जयंती पर किन कार्यों को करने से शनिदेव नाराज़ हो जाते हैं तो आइए जानते हैं उनके बारे में।
शनि जयंती पर न करें ये काम—
ज्योतिष अनुसार शनिदेव की पूजा के दौरान भूलकर भी तांबे के बर्तनों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से शनिदेव नाराज़ हो जाते हैं इसके अलावा शनिदेव की पूजा करते समय ना तो मूर्ति के ठीक सामने खड़े हो और ना ही उनकी आंखों को देखना चाहिए वरना शनि कुदृष्टि का सामना करना पड़ता है। शनि महाराज की पूजा करते वक्त मुख हमेशा ही पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। इसके अलावा शनि जयंती के दिन नमक, लोहा, तेल की खरीदारी भी नहीं करनी चाहिए। अगर आप इन चीजों का दान करना चाहते हैं तो इसे पहले ही खरीदकर रख लें।
इस दिन शनि देव से संबंधित चीजों को घर नहीं लाना चाहिए वरना मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। शनि जयंती पर भूलकर भी पशु पक्षी को परेशान न करें और ना ही उन्हें सताएं। ऐसा करने से संकट का सामना करना पड़ सकता है। इस दिन मांसाहारी भोजन नहीं करना चाहिए। वरना जीवन कष्टों व दुखों से भर जाएगा।