आज का विचार: इन 6 आदतों से व्यक्ति को रहना चाहिए दूर, सफलता में आ सकती है परेशानी और बाधा
चाणक्य नीति (Chanakya Niti) के अनुसार जीवन की सफलता अच्छे गुणों पर निर्भर करती है. जब व्यक्ति गलत आदतों का अपनाता है तो सफलता में परेशानी और बाधा आती है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हर व्यक्ति जीवन में सफलता प्राप्त करना चाहता है, इसके लिए व्यक्ति कठोर परिश्रम भी करता है. जोखिम उठाता है तब कहीं जाकर उसे सफलता का आनंद प्राप्त होता है. लेकिन इस सफलता को प्राप्त करने में तब मुश्किलों का सामना करना पड़ता है जब व्यक्ति गलत आदतों को अपना लेता है.
गलत आदतें व्यक्ति की तरक्की में सबसे बड़ी बाधा हैं. जो व्यक्ति सफलता प्राप्त करने के लिए गलत रास्तों को अपनाता है, गलत कृत्य करता है, ऐसे व्यक्ति को यदि एक बार सफलता मिल भी जाए तो, वो सफलता स्थाई नहीं होती है, जब लोगों को सच्चाई का पता चलता है तो इस सफलता का कोई महत्व नहीं रहता है. इसके साथ ही व्यक्ति को अपयश भी प्राप्त होता है. जीवन में यदि सफलता प्राप्त करनी है तो इन 6 अवगुणों से हमेशा दूर रहें.
काम
काम की अधिक भावना व्यक्ति को लक्ष्य से भटकाती है. इस कार्य में अधिक लिप्त होने से सफलता व्यक्ति से दूर हो जाती है.
क्रोध
श्रीमद्भगवात कथा में भगवान श्रीकृष्ण क्रोध को मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु बताया है. क्रोध में व्यक्ति अच्छे और बुरे का अंतर भूल जाता है.
भय
परिश्रम करने से भय का नाश होता है. जब व्यक्ति नकारात्मक ऊर्जा से घि जाता है तो उसे भय सताने लगता है. भय सकारात्मक सोच से दूर होता है.
मोह
व्यक्ति को किसी चीज का अधिक मोह यानि लोभ नहीं करना चाहिए. मोह कई प्रकार के कष्टों को जन्म देता है, जिस कारण व्यक्ति की सफलता में बाधा आती है.
लोभ
लालच एक बुरी आदत है. इससे दूर ही रहना चाहिए. शास्त्रों में भी इससे दूर रहने की सलाह दी जाती है. लोभ व्यक्ति के सुख और चैन का नाश करता है.
अहंकार
गीता में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं व्यक्ति को अहंकार का त्याग करना चाहिए. अहंकार गुण और प्रतिभा का भी नाश करता है. अहंकार भ्रम की स्थिति उत्पन्न करता है. अहंकार करने वालों को सम्मान प्राप्त नहीं होता है.