आज फाल्गुन मास की दुर्गाष्टमी पर पूरे दिन रहेगा प्रीति योग..... जानें शुभ मुहूर्त, पूजन विधि व महत्व
हिंदू धर्म में हर महीने व्रत व त्योहार आते हैं। सभी व्रत-त्योहारों का अलग-अलग महत्व होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को मासिक दुर्गाष्टमी व्रत रखा जाता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदू धर्म में हर महीने व्रत व त्योहार आते हैं। सभी व्रत-त्योहारों का अलग-अलग महत्व होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को मासिक दुर्गाष्टमी व्रत रखा जाता है। दुर्गाष्टमी के दिन मां दुर्गा की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि इस दिन माता रानी की जो भक्ति पूरी श्रद्धा के साथ उपासना करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। फाल्गुन मास में मासिक दुर्गाष्टमी 10 मार्च, गुरुवार को है। जानें मासिक दुर्गाष्टमी की पूजा विधि व शुभ मुहूर्त-
फाल्गुन मास दुर्गाष्टमी 2022 शुभ मुहूर्त-
हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 10 मार्च को तड़के 02 बजकर 56 मिनट से शुरू होगी, जो कि 11 मार्च को सुबह 05 बजकर 34 मिनट तक रहेगी। सूर्योदय की वजह से मासिक दुर्गाष्टमी 10 मार्च को रखा जाएगा।
इस मुहूर्त में करें माता रानी की पूजा-
मासिक दुर्गाष्टमी का शुभ मुहूर्त 10 मार्च को दोपहर 12 बजकर 08 मिनट से दोपहर 12 बजकर 55 मिनट तक है। आज प्रीति योग पूरे दिन रहेगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रीति योग को मांगलिक कार्यों के लिए शुभ माना जाता है।
मासिक दुर्गाष्टमी का महत्व-
यह दिन मां दुर्गा को समर्पित होता है। इस दिन मां की पूजा- अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इस दिन मां की विधि- विधान से पूजा- अर्चना करने से घर में खुशहाली, सुख-समृद्धि और धन आता है।
मासिक दुर्गाष्टमी पूजा-विधि
इस दिन सुबह उठकर जल्गी स्नान कर लें, फिर पूजा के स्थान पर गंगाजल डालकर उसकी शुद्धि कर लें।
घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
मां दुर्गा का गंगा जल से अभिषेक करें।
मां को अक्षत, सिन्दूर और लाल पुष्प अर्पित करें, प्रसाद के रूप में फल और मिठाई चढ़ाएं।
धूप और दीपक जलाकर दुर्गा चालीसा का पाठ करें और फिर मां की आरती करें।
मां को भोग भी लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।