रवि योग में महेश नवमी आज, जानें मुहूर्त, पूजा विधि, मंत्र और महत्व

आज महेश नवमी रवि योग में है. आज के दिन माहेश्वरी समाज की उत्पत्ति हुई थी.

Update: 2022-06-09 02:34 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आज महेश नवमी (Mahesh Navami) रवि योग में है. आज के दिन माहेश्वरी समाज की उत्पत्ति हुई थी. भगवान शिव के आशीर्वाद से इस समाज के पूर्वजों को श्राप से मुक्ति मिली थी, इस वजह से आज का दिन माहेश्वरी समाज के लिए बहुत की महत्वपूर्ण है. महेश नवमी के अवसर पर लोग एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं और भगवान शिव एवं माता पार्वती की पूजा करते हैं. भगवान शिव इनके कुल देवता हैं. हर वर्ष ज्येष्ठ मा​​ह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को महेश नवमी मनाते हैं. पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र से जानते हैं महेश नवमी का मुहूर्त, पूजा विधि, मंत्र आदि के बारे में.

महेश नवमी मुहूर्त 2022
ज्येष्ठ शुक्ल नवमी तिथि का प्रारंभ: कल 08 जून को प्रात: 08:30 बजे से हुआ है
ज्येष्ठ शुक्ल नवमी तिथि का समापन: आज प्रात: 08:21 बजे तक
रवि योग: पूरे दिन
आज का शुभ समय: 11:53 बजे से दोपहर 12:48 बजे तक
यह भी पढ़ें: माहेश्वरी समाज के पूर्वजों को मिला था श्राप, जानें कैसे मिली मुक्ति?
पूजा मंत्र
ओम नम: शिवाय
महेश नवमी पूजा विधि
आज प्रात: स्नान आदि से निवृत होकर आप साफ कपड़े पहन लें. इसके बाद पूजा स्थान की साफ सफाई करें. फिर शुभ मुहूर्त में भगवान शिव, माता पार्वती, भगवान कार्तिकेय, विघ्नहर्ता श्री गणेश जी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें.
सबसे पहले भगवान भोलेनाथ को अक्षत्, सफेद चंदन, भांग, बेलपत्र, धतूरा, शक्कर, पुष्प, फल, शमी का पत्ता आदि अर्पित करें. फिर माता पार्वती, गणेश जी और भगवान कार्तिकेय को क्रमश: अक्षत्, फूल, फल, चंदन, कुमकुम, धूप, दीप, मिठाई आदि चढ़ाएं. माता पार्वती को श्रृंगार सामग्री अर्पित करें.
इसके पश्चात शिव चालीसा, शिव मंत्र और महेश नवमी कथा का पाठ करें. फिर शिव परिवार की आरती विधि विधान से करें. पूजा के अंत में भगवान शिव से प्रार्थना करें कि आपका परिवार हमेशा की तरह सुरक्षित रहे, आप पर शिव परिवार की कृपा बनी रहे.
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