आज नवरात्र का दूसरा दिन, इन शुभ मुहूर्तों में करें मां ब्रह्मचारिणी की पूजा, जानिए मां का भोग और प्रिय वस्तु
आज द्वितीय नवरात्रि है। नवरात्रि के दूसरे दिन मां के द्वितीय स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा- अर्चना की जाती है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आज द्वितीय नवरात्रि है। नवरात्रि के दूसरे दिन मां के द्वितीय स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा- अर्चना की जाती है। मां ब्रह्मचारिणी श्वेत वस्त्र धारण किए हैं और दाएं हाथ में अष्टदल की माला और बाएं हाथ में कमंडल लिए सुशोभित हैं। माता ब्रह्मचारिणी ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए कठोर तप किया था, जिस वजह से मां को तपश्चारिणी अर्थात ब्रह्मचारिणी नाम से जाना जाता है। मां ब्रह्माचारिणी की पूजा- अर्चना करने से सर्वसिद्धि प्राप्त होती हैं।
मां की प्रिय वस्तु
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां ब्रह्मचारिणी को गुड़हल, कमल, श्वेत और सुगंधित पुष्प प्रिय हैं। द्वितीय नवरात्रि पर मां को गुड़हल, कमल, श्वेत और सुगंधित पुष्प अर्पित करें।
मां का भोग-
मां भगवती को नवरात्र के दूसरे दिन चीनी का भोग लगाना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से दीर्घायु का आशीष मिलता है। मां ब्रह्मचारिणी को दूध और दूध से बने व्यंजन जरूर अर्पित करें।
इन शुभ मुहूर्तों में करें पूजा- अर्चना-
ब्रह्म मुहूर्त- 04:39 ए एम से 05:29 ए एम
अभिजित मुहूर्त- 11:45 ए एम से 12:32 पी एम
विजय मुहूर्त- 02:05 पी एम से 02:52 पी एम
गोधूलि मुहूर्त- 05:47 पी एम से 06:11 पी एम
अमृत काल- 11:00 ए एम से 12:27 पी एम
निशिता मुहूर्त- 11:44 पी एम से 12:33 ए एम, अक्टूबर 09
रवि योग- 06:59 पी एम से 06:18 ए एम, अक्टूबर 09
पूजा- विधि-
घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करने के बाद मां दुर्गा का गंगा जल से अभिषेक करें।
अब मां दुर्गा को अर्घ्य दें।
मां को अक्षत, सिन्दूर और लाल पुष्प अर्पित करें, प्रसाद के रूप में फल और मिठाई चढ़ाएं।
धूप और दीपक जलाकर दुर्गा चालीसा का पाठ करें और फिर मां की आरती करें।
मां को भोग भी लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।