आज सावन का पहला सोमवार हैं. सावन मास में भगवान शिव की पूजा का खास महत्व है

Update: 2023-07-10 09:20 GMT
धर्म अध्यात्म : देवों के देव महादेव को समर्पित सावन का महीना शिव भक्तों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. कहा जाता है कि सावन के महीने में भगवान शिव को प्रसन्न करना और भी आसान होता है. ऐसे में भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए खास जतन करते हैं. आज सावन का पहला सोमवार है. लोग इस दिन भगवान शिव की पूजा कर व्रत रखते हैं. ऐसे में सुबह से ही मंदिरों में भक्तों का तांता लगा है. लेकिन भगवान शिव पूजा में ऐसी कई चीजें हैं जिनका भक्तों को खास ध्यान देना चाहिए. महादेव की पूजा में कुछ खास सामग्रियों को शामिल करना भी काफी जरूरी होता है जिनके बगैर भगवान शिव की पूजा अधूरी मानी जाती है. सबसे पहले जानते हैं आखिर क्या हैं वो सामग्री जो शिव पूजा में बेहद जरूरी हैं. शिवपूजा के लिए जरूरी सामग्री - बेल पत्र, सफेद चंदन, धतूरा ,कलावा,गंगाजल,फूलों की माला, फल, दूध, दही, इत्र, इलायची, लौंग, सुपारी, पान, धूप, दीया
सही सामग्री के साथ भगवान शिव की सही विधि से पूजा करना भी काफी जरूरी है. सुबह स्नान कर साफ कपड़े पहन व्रत का संकल्प लें. इसके बाद मंदिर में शिवलिंग का अभिषेक करें. भगवान शिव का सबसे पहले गंगाजल से अभिषेक करें. इसके बाद दूध, दही, शहद जैसी चीजों के साथ शिवलिंग का अभिषेक करें. अभिषेक करते हुए शिव मंत्र का जाप करते रहें. इसके बाद आखिर में गंगाजल से शिवलिंग को स्नान कराएं और उन्हें चंदन, भस्म, जैसी चीजों से तिलक करें. इसके बाद पुष्प, बेल पत्र, वस्त्र चढ़ाएं. भगवान शिव को इसके बाद भोग लगाए और शुद्ध देसी घी से दीया बनाकर उनकी आरती करें. सावन में क्यों होती है भगवान शिव की पूजा? मान्यताओं के मुताबित मरकूंड ऋषि के पुत्र मारकण्डेय ने सावन मास में ही भगवान शिव की आराधना कर उनकी कृपा प्राप्त की थी और वो अमर हो गए. कहा जाता है कि लंबी उम्र पाने के लिए, अकाल मृत्यु और बीमारियों से छुटकारा पाने कि लए भी भगवान शिव की आराधना की जाती है.| 
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