आज है शरद पूर्णिमा, इस समय होगा अमृत वर्षा
इस वर्ष शरद पूर्णिमा की तारीख को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। कोई आज मना रहा है तो कोई कल मनाएगा।
इस वर्ष शरद पूर्णिमा की तारीख को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। कोई आज मना रहा है तो कोई कल मनाएगा। आखिर ऐसा क्यों है? दरअसल हिन्दू कैलेंडर के अनुसार हर वर्ष आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को ही शरद पूर्णिमा होती है। इस दिन ही आसमान से अमृत वर्षा होती है। लोग अपने घरों की छतों पर या खुले आसमान के नीचे खीर बनाकर छलनी से ढक देते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस रात चंद्रमा 16 कलाओं से परिपूर्ण होता है और आसमान से औषधीय गुणों से युक्त अमृत वर्षा होती है। उसी बूंदें उस खीर में पड़ती हैं, तो वह खीर भी औषधीय गुणों वाला हो जाता है। आइए जानते हैं कि इस वर्ष शरद पूर्णिमा आज है या कल?
शरद पूर्णिमा 2021 तिथि
वाराणसी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट के अनुसार, आश्विन मास की पूर्णिमा तिथि आज 19 अक्टूबर को शाम 06 बजकर 41 मिनट से प्रारंभ हो रही है, इसका समापन कल 20 अक्टूबर को शाम 07 बजकर 37 मिनट पर होगा। ऐसे में आसमान से अमृत वर्षा आज रात ही होगी क्योंकि आज पूर्णिमा की रात है। पूरी रात चंद्रमा आसमान में विद्यमान रहेगा। ऐसे में शरद पूर्णिमा आज है।
शरद पूर्णिमा व्रत 2021
हालांकि जिन लोगों को शरद पूर्णिमा व्रत रहना है, वे लोग कल 20 अक्टूबर को उदयातिथि में शरद पूर्णिमा व्रत रहेंगे और स्नान दान आदि करेंगे। व्रत के लिए उदयातिथि मान्य होती है।
शरद पूर्णिमा 2021 पूजा
आज शरद पूर्णिमा की रात में आपको मां लक्ष्मी के साथ कुबेर की पूजा करनी चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, आज के दिन ही कुबेर ने मां लक्ष्मी की सिद्धि प्राप्त की थी। दिवाली के दिन लक्ष्मी जी के साथ गणेश जी की पूजा होती है।
संभवत: अब आपको पता चल गया है कि शरद पूर्णिमा कब है और शरद पूर्णिमा व्रत कब है। आप भी चाहें तो आज औषधीय खीर का आनंद ले सकते हैं।