आज है रंग पंचमी, जानिए क्यों और कैसे मनाया जाता है ये त्योहार
रंग पंचमी का त्योहार आज 2 अप्रैल को मनाया जा रहा है
रंग पंचमी का त्योहार आज 2 अप्रैल को मनाया जा रहा है. हिन्दू पंचांग के अनुसार, रंग पंचमी का त्योहार चैत्र महीने की कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है. होली के बाद के पांचवें दिन को ही रंगपंचमी कहते हैं, यानी यह त्योहार होली के पांच दिन बाद मनाया जाता है. इस दिन आसमान पर रंग फेंककर सकारात्मक माहौल बनाया जाता है, जिसे भगवान के आशार्वाद के तौर पर देखा जाता है. वहीं, उत्तर भारत में होली की शुरुआत श्री पंचमी से ही हो जाती है, जो कि चैत्र माह की पंचमी तिथि तक चलती है. इसलिए रंगपंचमी को होली का अंतिम दिन भी कहा जाता है. रंगपंचमी की पौराणिक मान्यता
इस पर्व को लेकर पौराणिक मान्यता है कि रंगों के जरिए रज-तम के प्रभावों को कम कर सात्विक स्वरूप निखरता है. इस दिन आसमान में उड़ाए जाने वाले रंग से सभी देवी-देवता प्रसन्न होते हैं, क्योंकि हरेक कण में सकारात्मक तरंगे पूरे माहौल में ऊर्जा उत्पन्न करती हैं. साथ ही यह भी मान्यता है कि आसमान से उड़ते रंग के जरिए भगवान भक्तों को आशीर्वाद भी देते हैं.
कहां खेली जाती है रंगपंचमी?
रंगों के इस पर्व का सबसे अच्छा नज़ारा मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में दिखता है. इस दिन इन तीनों शहरों में जुलूस निकलता है, जहां लोग पूरे रास्ते एक-दूसरे को गुलाल लगाते और उड़ाते हुए आगे बढ़ते हैं. इस दिन घरों में खास पकवान भी बनाए जाते हैं, जिसे पूरनपोली कहते हैं.