आज हैं सावन मास की पुत्रदा एकादशी, भूलकर न करें ये काम, हो सकती है परेशानी

आज सावन मास की पुत्रदा एकादशी (Putrada Ekadashi) है. ये दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है. इस दिन कई लोग भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा करते हैं और नियमानुसार व्रत रखते हैं.

Update: 2021-08-18 02:08 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आज सावन मास की पुत्रदा एकादशी (Putrada Ekadashi) है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा अर्चना होती है. पुत्रदा एकादशी का व्रत पुत्र के दीर्घायु और सुखी जीवन के लिए किया जाता है. शास्त्रों में भी एकादशी के दिन को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है. ये व्रत उन लोगों के लिए बहुत फलदायी होता है जिनकी कोई संतान नहीं होती है. मान्यता है कि इस व्रत को करने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. पुत्रदा एकादशी के दिन विशेष नियमों का पालन किया जाता है. आइए जानते हैं कि पुत्रदा एकादशी के दिन किन विशेष बातों का पालन करना चाहिए.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार एकादशी के दिन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए. कहा जाता है जो लोग आज के दिन चावल खाते हैं उनको अगले जन्म में रेंगने वाले जीव के रूप में जन्म लेते हैं. एकादशी पर जो लोग व्रत नहीं रखते हैं उन्हें भी चावल का सेवन नहीं करना चाहिए.
एकादशी के दिन मांस- मंदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से जीवन में तमाम तरह की परेशानी होता होती है. इस दिन व्रत करना चाहिए. अगर व्यक्ति व्रत नहीं भी रखता है तो एकादशी के दिन सात्विक भोजन ही करें.
एकादशी के दिन भगवान विष्णु का ध्यान करना चाहिए. इस दिन गुस्सा नहीं करना चाहिए और किसी भी तरह के विवाद से दूर रहना चाहिए.
एकादशी के दिन व्यक्ति को अपने आचार और व्यवहार में संयम और सात्विक आचरण का पालन करना चाहिए. ये पावन तिथि भगवान विष्णु की आराधना और उनके समर्पण के प्रति भाव को दर्शाती है.
पुत्रदा एकादशी शुभ मुहूर्त
पुत्रदा एकदशी का प्रारंभ – 18 अगस्त को सुबह 03 बजकर 20 मिनट से 19 अगस्त को सुबह 01 बजकर 05 मिनट कर रहेगा. एकादशी के व्रत पारण का समय सुबह 06 बजकर 32 मिनट से 08 बजकर 29 मिनट पर होगा.


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