आज शरद पूर्णिमा पर बेहद शुभ संयोग, जरूर करे ये खास उपाय

आज 9 अक्‍टूबर 2022, रविवार को अश्विन मास की पूर्णिमा तिथि है, जिसे शरद पूर्णिमा कहते हैं. शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा पृथ्‍वी के सबसे नजदीक रहता है और अपनी किरणों से अमृत वर्षा करता है.

Update: 2022-10-09 03:23 GMT

आज 9 अक्‍टूबर 2022, रविवार को अश्विन मास की पूर्णिमा तिथि है, जिसे शरद पूर्णिमा कहते हैं. शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा पृथ्‍वी के सबसे नजदीक रहता है और अपनी किरणों से अमृत वर्षा करता है. आज के दिन चंद्रमा अपनी 16 कलाओं से परिपूर्ण होता है और बेहद खूबसूरत दिखाई देता है. शरद पूर्णिमा को कोजागिरी भी कहते हैं और इस मौके पर रास या गरबा भी खेला जाता है. मान्‍यता है कि इसी दिन भगवान श्रीकृष्‍ण ने अपनी गोपियों के साथ रास खेला था. वहीं चंद्रमा की किरणें सुख, समृद्धि और आरोग्‍य देने वाली होती हैं, इसलिए शरद पूर्णिमा की रात को खीर बनाकर चंद्रमा की रोशनी में रखी जाती है, ताकि अगले दिन उस अमृतमयी खीर को खाकर लोग जीवन में अच्‍छी सेहत, धन, आयु पा सकें.

शरद पूर्णिमा पर बना ग्रहों का शुभ संयोग

पूर्णिमा तिथि 8 अक्‍टूबर, शनिवार की रात 2:24 बजे शुरू हो गई है. इस तरह रविवार को पूर्णिमा का मान पूरा दिन रहेगा और पूरे दिन स्‍नान-दान किया जा सकेगा. 9 अक्‍टूबर को ही शरद पूर्णिमा या कोजागिरि का व्रत रखा जाएगा और पूरे दिन पूजा का मुहूर्त रहेगा. शरद पूर्णिमा पर इस बार ग्रहों का बेहद शुभ योग बन रहा है. ज्योतिष के अनुसार आज चंद्रमा और बृहस्पति मीन राशि में रहकर गजकेसरी योग बना रहे हैं. वहीं बुध और सूर्य मिलकर बुधादित्य और बुध और शुक्र मिलकर लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण कर रहे हैं. साथ ही बुध भद्र नामक पंच महापुरुष, बृहस्पति हंस नामक पंच महापुरुष योग और शनिदेव श्राद्ध नाम पंच महापुरुष योग का निर्माण कर रहे हैं.

सफलता पाने के उपाय

यदि कुंडली में चंद्रमा कमजोर है तो शरद पूर्णिमा के दिन कुछ खास उपाय करे से कुंडली में चन्द्रमा की स्थिति मजबूत होती है और जातक को हर काम में सफलता मिलने लगती है. आइए चंद्रमा मजबूत करने के उपाय-

 शरद पूर्णिमा की रात को चावल और मखाने की खीर बनाकर चन्द्रमा की चाँदनी में कुछ समय रखें और फिर अगले दिन इसका सेवन करें.

 शरद पूर्णिमा के दिन चिड़ियों, चीटियों और कबूतरों को साबुत चावल के दाने डालें.

 शरद पूर्णिमा के दिन से एक उपाय शुरू करें. इसके लिए रात में चांदी के गिलास में जल भरकर रख दें और अगली सुबह कुल्‍ला करके पी लें. ऐसा 45 दिन तक करें.

 शरद पूर्णिमा के दिन पके हुए सफेद चावल गाय को खिलाएं.

 शरद पूर्णिमा की रात दूध का त्‍याग कर दें और अगले दिन खीर ग्रहण करें. बेहतर होगा कि शरद पूर्णिमा का व्रत रखें.

 शरद पूर्णिमा के दिन से एक उपाय शुरू करें. इसके लिए रोज स्‍नान के बाद सफेद चंदन का तिलक लगाएं. इससे चंद्रमा मजबूत होकर बहुत लाभ देगा.

 कभी भी महिलाओं का अपमान न करें ना ही मजाक उड़ाएं, इससे कुंडली में चंद्रमा कमजोर होता है.


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