घर में पॉजिटिव एनर्जी का स्तर बढ़ाने के लिए इन 5 बातों का रखें ध्यान
घर के प्रवेश द्वार पर तुलसी का पौधा लगाएं. तुलसी के पौधे की पूजा भगवान विष्णु से संबंध होने के कारण और इसके औषधीय गुणों के कारण भी की जाती है
घर के प्रवेश द्वार पर तुलसी का पौधा लगाएं. तुलसी के पौधे की पूजा भगवान विष्णु से संबंध होने के कारण और इसके औषधीय गुणों के कारण भी की जाती है. ये नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करता है और आसपास में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है. इसे पूर्व दिशा में रखना चाहिए. इसके अलावा इसे उत्तर या उत्तर-पूर्व में खिड़की के पास भी रखा जा सकता है.
घर के प्रवेश द्वार पर शू स्टैंड खुला न रखें. ये केवल घर में नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है. शू रैक लगाने के लिए अच्छी दिशा पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम कोना है. आप इसे उत्तर, दक्षिण-पूर्व और पूर्व दिशाओं में न रखें.
दीवार की घड़ियां हमेशा काम करने की स्थिति में होनी चाहिए. इन्हें घर की पूर्व, पश्चिम और उत्तर की दीवार में लगाना चाहिए. इस दिशा में दीवार घड़ी रखने से नए अवसर प्राप्त करने में मदद मिलती है और बिना किसी समस्या के काम करने में मदद मिलती है. हरी रंग की दीवार घड़ियों से बचें, वे अवसरों को छीन सकती हैं.
घर की नेमप्लेट साफ-सुथरी होनी चाहिए. एक चमकदार नेमप्लेट अवसरों को आकर्षित करती है. ये घर में रहने वाले व्यक्ति की जीवन शैली को भी परिभाषित करता है.
दक्षिण और पश्चिम की दीवारों के साथ भारी फर्नीचर रखें, जबकि हल्के फर्नीचर को उत्तर और पूर्व की दीवारों से सटाकर रखना चाहिए. अधिक लकड़ी के फर्नीचर का इस्तेमाल करने का प्रयास करें क्योंकि ये प्लास्टिक के फर्नीचर जैसी हानिकारक गैसों का उत्सर्जन नहीं करते हैं. धातु के फर्नीचर से भी बचना चाहिए क्योंकि ये हमारे चारों ओर एक विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र बनाते हैं, जिससे नकारात्मकता में वृद्धि होती है.