शनिदेव की कृपा पाने के लिए कुंभ और मकर राशि के लोग पहनें ये रत्न

रत्न शास्त्र में ग्रह नक्षत्रों की स्थिति के अनुसार रत्नों के बारे में बताया गया है। राशि के अनुसार भी रत्न पहनकर व्यक्ति मनचाही मुराद पूरी करने के साथ हर काम में सफलता पा सकता है। रत्न शास्त्र के अनुसार, रत्नों में एक ऐसी ताकत होती है

Update: 2022-08-20 04:36 GMT

रत्न शास्त्र में ग्रह नक्षत्रों की स्थिति के अनुसार रत्नों के बारे में बताया गया है। राशि के अनुसार भी रत्न पहनकर व्यक्ति मनचाही मुराद पूरी करने के साथ हर काम में सफलता पा सकता है। रत्न शास्त्र के अनुसार, रत्नों में एक ऐसी ताकत होती है जो जातक की कुंडली में ग्रहों की स्थिति को भी मजबूत कर देती है। वहीं अगर बिना जाचे परखे गलत रत्न धारण कर लिया, तो राजा को भी रंक बना देता है। रत्न शास्त्र के अनुसार, मकर और कुंभ राशि के जातक अगर कोई रत्न पहनना चाहते हैं, तो कौन सा पहनना होगा शुभ जानिए।

इन राशियों के लोग पहने नीलम रत्न (Sapphire Stone)

मकर राशि

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मकर राशि का स्वामी शनिदेव है। ऐसे में इस राशि के जातकों को शनि का उपरत्न नीलम पहनना शुभ होगा। नीलम रत्न धारण करने से व्यक्ति की कार्यशैली में निखार आता है, साथ ही उसके सोचने की क्षमता तेजी से बढ़ती है। इतना ही नहीं कुंडली में मौजूद शनि की दृष्टि एवं साढ़ेसाती को कम करने में मदद करती है। रत्न शास्त्र अनुसार, नीलम व्यक्ति को तुरंत असर दिखाता है।

कुंभ राशि

कुंभ राशि का भी स्वामी शनिदेव है। ऐसे में इस राशि के जातकों को भी नीलम रत्न पहनना लाभकारी साबित होता है। नीलम रत्न पहनने से समाज में मान-सम्मान और कामकाज में वृद्धि होगी। इसके साथ ही हर परेशानी से छुटकारा मिलेगा और धन धान्य की बढ़ोतरी होगी। शनिदेव का शुभ फल पाने के लिए इस राशि के जातकों को शनिवार के दिन सोने की अंगूठी में 4 रत्ती का नीलम जड़वाकर मध्यमा अंगुली में पहनना चाहिए।

इस राशि के जातक न पहनें नीलम रत्न

रत्न शास्त्र के अनुसार, मेष राशि, कर्क राशि, सिंह राशि, वृश्चिक राशि, धनु राशि और मीन राशि वालों को नीलम रत्न नहीं पहनना चाहिए। क्योंकि इन राशियों के स्वामी के साथ शनिदेव के साथ शत्रुता का भाव है। ऐसे में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।


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