sabhi samasya ज्योतिष न्यूज़ :हिंदू धर्म में वैसे तो सभी महीनों को महत्वपूर्ण बताया गया है लेकिन सावन का महीना खास होता है जो कि शिव साधना आराधना को समर्पित है इस पूरे महीने भक्त भगवान भोलेनाथ की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं मान्यता है कि ऐसा करने से प्रभु की असीम कृपा बरसती है।
इस साल सावन का आरंभ 22 जुलाई दिन सोमवार से होने जा रहा है और इसका समापन 19 अगस्त को हो जाएगा। ऐसे में सावन के महीने में कुछ कार्यों को गलती से भी नहीं करना चाहिए वरना शिव क्रोधित हो जाते हैं और भक्तों को व्रत पूजा का पूर्ण फल भी प्राप्त नहीं होता है। तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा सावन से जुड़े नियम बता रहे हैं।
सावन में इन नियमों का करें पालन—
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन व्रत के दौरान केवल सात्विक भोजन ही करना चाहिए। इसके अलावा जो लोग उपवास नहीं कर रहे हैं उन्हें भी इस दौरान सात्विक भोजन ही करना चाहिए इससे भगवान शिव की कृपा हमेशा परिवार पर बनी रहती है। सावन सोमवार व्रत रखने वाले जातकों को सुबह सूर्योदय से पहले उठना चाहिए और दिन में नहीं सोना चाहिए। इस दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा अर्चना भी जरूर करें। साथ ही व्रती को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से व्रत का पूर्ण फल मिलता है।
शिव पूजा के दौरान शिवलिंग की परिक्रमा नहीं करनी चाहिए। इसके अलावा सोमवार के दिन बेलपत्र नहीं तोड़ना चाहिए। ऐसा करने समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है इसके अलावा स्टील या तांबे के लोटे से जल नहीं चढ़ाना चाहिए। इसके लिए पीतल के लोटे का ही इस्तेमाल करें। सावन व्रत में भूलकर भी दूध का सेवन न करें। शिव को तुलसी और सिंदूर भी अर्पित न करें।