धन और संतान प्राप्ति के लिए करते हैं शुक्रवार व्रत, जाने पूजा विधि

हिंदी पंचांग के अनुसार शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी और माता संतोषी को समर्पित है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, माता लक्ष्मी को धन की देवी और सौभाग्य की देवी के रूप में पूजा जाता है।

Update: 2021-07-30 03:35 GMT

हिंदी पंचांग के अनुसार शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी और माता संतोषी को समर्पित है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, माता लक्ष्मी को धन की देवी और सौभाग्य की देवी के रूप में पूजा जाता है। शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी का व्रत रखना बहुत ही लाभदायक माना जाता है। मां लक्ष्मी के व्रत से जीवन में खुशियों का आगमन होता हैं। धन-संपदा की प्राप्ति होती है और आर्थिक संकट से निजात मिलता है। शुक्रवार के दिन व्रत से माता प्रसन्न होती हैं और जीवन की समस्याओं से छुटकारा दिलाती हैं। आइये जानते है शुक्रवार के व्रत से जातक को क्या-क्या लाभ होता है।

अविवाहित कन्याओं को लाभ

शुक्रवार के दिन व्रत रखने से अविवाहित कन्याओं को योग्य और उत्तम वर मिलता है। इसके अलावा अविवाहित कन्याओं की शादी में आ रही बाधा से छुटकारा मिलता है। यह व्रत कुंवारी कन्याओं के लिए फायदेमंद है।

संतान सुख की खुशी

संतान प्राप्ति के लिए शुक्रवार का व्रत रखना बहुत ही फलदायी है। मान्यता के अनुसार संतान प्राप्ति के इच्छुक दंपत्ति को शुक्रवार का व्रत जरूर करना चाहिए।

व्यापार में तरक्की

शुक्रवार का व्रत करने से जातक के जीवन से दुख, पीड़ा और परेशानियों से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा इस दिन व्रत रखने से व्यापार में तरक्की मिलती है।

विवाहित महिलाओं को लाभ

शुक्रवार का व्रत रखने से घर में खुशियों और सकारात्मकता का वास होता है। शुक्रवार व्रत से शादीशुदा जिंदगी में आने वाली सभी समस्याएं हमेशा के लिए दूर हो जाती हैं।

धन की प्राप्ति

शुक्रवार का व्रत रखने से धन का अभाव दूर होता है और धन प्राप्ति के नये-नये मार्ग खुलते हैं। घर में सुख, शांति और समृद्धि का आगमन होता है।



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