गुरुवार का पंचांग, शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

कार्तिक मास, कृष्ण पक्ष की सप्‍तमी तिथि पर किसी काम को करने के लिए कौन सा समय शुभ और कौन सा समय अशुभ साबित हो सकता है

Update: 2021-10-27 13:27 GMT

हिंदू धर्म में किसी भी कार्य को शुभ दिन, शुभ तिथि, शुभ मुहूर्त आदि को देखकर किया जाता है. इन सभी चीजों के बारे में पता लगाने के लिए पंचांग की आवश्यकता पड़ती है. जिसके माध्यम से आप आने वाले दिनों के शुभ एवं अशुभ समय के साथ सूर्योदय, सूर्यास्त, चन्द्रोदय, चन्द्रास्त, ग्रह, नक्षत्र आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकते हें. आइए पंचांग के पांच अंगों – तिथि, नक्षत्र, वार, योग एवं करण के साथ राहुकाल, दिशाशूल, भद्रा, पंचक, प्रमुख पर्व आदि की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करते हैं.

28 अक्टूबर 2021 का पंचांग (देश की राजधानी दिल्ली के समय पर आधारित)
विक्रम संवत – 2078, आनंद
शक सम्वत – 1943, प्लव
दिन (Day) गुरुवार
अयन (Ayana) दक्षिणायन
ऋतु (Ritu) शरद
मास (Month) कार्तिक
पक्ष (Paksha) कृष्ण
तिथि (Tithi) सप्तमी दोपहर 12:49 बजे तक तदुपरांत अष्टमी
नक्षत्र (Nakshatra) पुनर्वसु प्रात: 09:42 तक बजे तक तदुपरांत पुष्य
योग (Yoga) साध्य
करण (Karana) बव प्रात: 12:49 बजे तक तदुपरांत बालव
सूर्योदय (Sunrise) प्रात: 06:30 बजे
सूर्यास्त (Sunset) सायं 05:39 बजे
चंद्रमा (Moon) कर्क राशि में
राहु काल (Rahu Kalam) दोपहर 01:28 से 02:52 बजे तक
यमगण्ड (Yamganada) प्रात:काल 06:30 से 07:54 बजे तक
गुलिक (Gulik) प्रात: 09:17 से 10:41 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त (Abhijit Muhurt) प्रात: 11:42 से 12:27 बजे तक
दिशाशूल (Disha Shool) दक्षिण दिशा में
भद्रा (Bhadra) —
पंचक (Pnachak) —
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