गुरुवार व्रत, जानें जरूरी नियम विष्णु भगवान होंगे प्रसन्न

Update: 2024-04-18 05:51 GMT
ज्योतिष न्यूज़  : हिंदू धर्म में सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवी देवता की साधना को समर्पित होता है वही गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और देव गुरु बृहस्पति की पूजा के लिए उत्तम माना जाता है इस दिन भक्त उपवास आदि रखकर भगवान की पूजा करते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होकर आशीर्वाद प्राप्त करती है और भक्तों की सारी मनोकामनाएं भी पूरी हो जाती है।
 अगर आपके विवाह में बाधा आ रही है तो ऐसे में गुरुवार के दिन उपवास जरूर करें। माना जाता है कि गुरुवार उपवास करने से हर बाधा दूर हो जाती है और शीघ्र विवाह के योग बनते हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा गुरुवार व्रत से जुड़े नियम बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
 गुरुवार व्रत से जुड़े जरूरी नियम—
ज्योतिष अनुसार गुरुवार व्रत का आरंभ कभी भी पौष के महीने में नहीं करना चाहिए। इसके अलावा आप किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के गुरुवार से अपने व्रत की शुरुआत कर सकते हैं। वैसे तो 16 गुरुवार तक व्रत करना शुभ माना जाता है मगर आप चाहें तो 1, 3, 4, 7, 9 या फिर एक साल तक गुरुवार का व्रत कर सकते हैं वही 17वें गुरुवार के व्रत का पूरे विधि विधान के साथ उद्यापन करना चाहिए। गुरुवार व्रत में आप बिना नमक का भोजन और फल का सेवन कर सकते हैं।
 जिस दिन आपको गुरुवार व्रत का उद्यापन करना हो। उस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करके विधिवत भगवान की पूजा करें और अपने व्रत का उद्यापन करें। माना जाता है कि व्रत के बाद उद्यापन विधि विधान से होना बहुत जरूरी है तभी व्रत पूजा का फल प्राप्त होता है।
Tags:    

Similar News

-->