धर्म अध्यात्म: फिरोजाबाद के सिरसागंज के पास खुशहाली गांव में हनुमान बरी के नाम से हनुमान जी का बहुत ही प्राचीन प्रसिद्ध मंदिर है. इस मंदिर की खासियत यह है कि यह मंदिर बरगद के पेड़ के नीचे स्थित है. वहीं हनुमान जी के मंदिर के साथ-साथ बरगद के पेड़ की भी यहां पूजा की जाती है. कहते हैं कि हनुमत भक्ति के इस धाम में आने वाला व्यक्ति कभी खाली हाथ वापस नहीं जाता और उसकी मनोकामना जरूर पूरी होती है.
मंदिर की देखरेख करने वाले राम प्रताप सिंह की माने तो यह मंदिर लगभग 100 साल से भी ज्यादा पुराना है. यहां स्थित बरगद का पेड़ काफी पुराना बताया जाता है. यहां प्रत्येक मंगलवार को हनुमान जी की आरती होती है और भादौ माह में बूढ़े मंगलवार के दिन यहां विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है. हनुमान जी के दर्शन के लिए फिरोजाबाद जिले से ही नहीं बल्कि दिल्ली तक से लोग आते रहते हैं. लगातार मंदिर में दर्शन करने वाले भक्तों की हनुमान बरी बाबा सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं.
बरगद के पेड़ के नीचे स्वयं प्रकट हुए थे बजरंगबली
मंदिर की देखरेख करने वाले राम प्रताप सिंह कि माने तो यहां स्थापित बजरंगबली की मूर्ति स्वयं प्रकट हुई थी. बरगद के पेड़ के नीचे मूर्ति स्थापित होने से इस मंदिर का नाम हनुमान बरी पड़ गया. गांव की भाषा में बरी का अर्थ बरगद होता है.
गांव के ही रहने वाले राम प्रताप सिंह ने बताया कि इस मंदिर की गांव के लोगों में बहुत मान्यता है भादो महीने के अंत में बूढ़े मंगलवार को यहां एक विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है. यह भंडारा गांव के लोगों के द्वारा ही कराया जाता है. जिसमें फिरोजाबाद ही नहीं बल्कि दिल्ली तक के लोग भंडारा खाने और बजरंगबली के दर्शन के लिए आते हैं.